राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने श्रीराम जन्मभूमि को लेकर विवादित बयान दे डाला। जगदानंद सिंह ने श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे राम मंदिर को लेकर कहा- नफरत की जमीन पर राम के मंदिर का निर्माण हो रहा है। उन्होंने लगभग 550 साल के राम मंदिर के संघर्ष को बेमानी बताते हुए कहा कि अब इस देश में इंसानियत नहीं बची है। अब राम उन्मादियों के लिए बचे हुए हैं। हम लोग ‘जय श्री राम’ नहीं, ‘हे राम’ मानने वाले लोग हैं।
जगदानंद सिंह के इस बयान के सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि हिंदू आस्था का अपमान करना राजद और कांग्रेस के लिए धर्मनिरपेक्षता के बराबर है।
जानिए क्या बोले जगदानंद सिंह
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अमित शाह द्वारा राममंदिर की तारीख के ऐलान पर टिपण्णी करते हुए कहा- “अब कण-कण से सिमट करके केवल कुछ पत्थरों की चार दीवारी में राम चले गए, जहां नफरत की जमीन पर राम के मंदिर का निर्माण हो रहा है, जहां कि अब इंसानियत से बड़ा अब इस भारत में उन्मादियों के राम बचेंगे। अब लोगों के, गरीबों के, झोपड़ी वालों के, तुलसी के राम, अयोध्या के राम, शबरी के जूठन बेर खाने वाले राम… अब भारत में नहीं, बल्कि पत्थरों के भीतर एक कैद राम रहेंगे।”
जगदानंद सिंह ने आगे कहा, “बाकी सब जगह से राम खत्म हो गए हैं। एक तारीख से अब राम होंगे और बाकी अब तक क्या थे? भारत की भूमि मानी जाती थी कि राममय है, कृष्णमय है, अब सब खत्म होगा। भारत के राम भारत के कण-कण में रहेंगे, RSS वालों का राम जहां जा बैठें। राम को कभी भी भारत से, लोगों के हृदय से छीनकर किसी पत्थर के आलीशान भवन में कैद नहीं किया जा सकता। ना अयोध्या में राम कैद हुए… न रावण को हराने के बाद, लंका में वास हुआ, राम का तो असली वास शबरी की झोंपड़ी में हुआ और वहीं पर हैं। हमलोग हे राम वाले हैं जय श्री राम वाले नहीं।”
भाजपा ने किया पलटवार
भारतीय जनता पार्टी ने राजद नेता की राम मंदिर मुद्दे पर टिप्पणी को लेकर पलटवार किया है। भाजपा ने अपने हमले में राजद के साथ कांग्रेस को भी लपेटा है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राजद नेता जगदानंद सिंह पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया कि वे राम जन्मभूमि को ‘नफरत की जमीन’, राम मंदिर को ‘चहारदीवारी’, उन्मादी के राम कहते हैं। इससे पहले उन्होंने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाए जाने के दौरान हिंदुओं को निशाना बनाते हुए विवादित टिप्पणी की थी। हुसैन दलवई से जगदानंद सिंह तक यह विवादित टिप्पणी कोई संयोग नहीं है, बल्कि वोटबैंक के लिए एक प्रयोग है।
Labels Ram Janmabhoomi as “Nafrat Ki Zameen” ; Ram Mandir as “chaar diwari” ; says Unmadi (troublemakers) ke Ram
Earlier he had made controversial comments targeting Hindus during PFI ban
It is not a Sanyog but a votebank Prayog- from Hussain Dalwai to Jagdanand Singh 2/2 pic.twitter.com/5uNtUIlI5k
— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) January 6, 2023
पूनावाला ने अपने ट्वीट में सवाल करते हुए लिखा कि हिंदू आस्था को गाली देना राजद-कांग्रेस के लिए धर्मनिरपेक्षता के बराबर है?
पीएफआई से की थी आरएसएस की तुलना
बता दें कि बीती जुलाई में राजद नेता ने कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया की तुलना राष्ट्रीय स्वयंसेवक से की थी। जगदानंद सिंह ने PFI बैन के समय कहा था, “RSS की तरह ही उनका भी संगठन(PFI) है। वे भी RSS की तरह अपने समुदाय की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन आप उन्हें देशद्रोही क्यों कहते हैं?… जब भी सुरक्षा बलों द्वारा पाकिस्तानी एजेंटों को गिरफ्तार किया जाता है तो वे सभी RSS से संबंधित पाए जाते हैं।” उस समय भी जगदानंद सिंह के इस बयान का भाजपा ने कड़ा विरोध किया था
टिप्पणियाँ