मेरठ के फलावदा थाना क्षेत्र में असम में उग्रवादियों द्वारा मारे गए गो-तस्कर अकबर बंजारा की 23 बीघा जमीन प्रशासन और फलावदा थाना पुलिस ने जब्त की है। इसकी कीमत करीब 2.18 करोड़ रुपये आंकी गई है।
कार्रवाई के दौरान मृतक के परिजनों ने काफी हंगामा किया। यह संपत्ति पिता पीरू बंजारा के नाम से है और गांव मंदवाडी के पास गुड़म जाने वाले रास्ते पर पुलिस-प्रशासन ने जब्त कर अपने कब्जे में ले ली है। इससे पहले भी करीब 50 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति, अकबर बंजारा की जब्त की जा चुकी है।
फलावदा थाना क्षेत्र स्थित बंजारन मोहल्ला निवासी अकबर बंजारा और उसका भाई सलमान बंजारा आठ महीने पहले असम के कोकरझाल नदी के पास उग्रवादियों के हमले में मारे गए थे। दोनों भाइयों को गो तस्करी के मामले में असम पुलिस मेरठ से बी-वारंट पर लेकर गई थी। कोकरझाल नदी के रास्ते वह गोमांस की तस्करी बांग्लादेश और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए किया करते थे। असम से फरार होने के बाद ये दोनों भाई पश्चिम यूपी में भूमिगत थे और इन पर असम पुलिस का दो-दो लाख का इनाम घोषित था। यूपी पुलिस द्वारा पकड़े जाने के बाद असम पुलिस इन्हें गुवाहाटी ले गई थी और कोर्ट ले जाते वक्त ही इन पर उग्रवादी हमला हुआ और उसने इनकी मौत हो गई थी।
खबर है कि अकबर और सलमान के मारे जाने के बाद इनका तीसरा भाई सलीम बंजारा अपने गैंग का मुखिया बन गया है। सलीम की हरकतों पर मेरठ जोन की पुलिस ही नहीं, असम पुलिस की नजर है। यही वजह है कि यूपी पुलिस अकबर बंजारा के परिवार पर आर्थिक शिकंजा कसने के लिए संपत्ति कुर्क करने का अभियान छेड़े हुए है।
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