गत दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली स्थित झंडेवाला मंदिर में विश्व हिंदू परिषद ने ‘धर्म रक्षा दिवस’ मनाया। इस अवसर पर ईसाइयत से हिंदू धर्म में वापस लौटे लगभग 250 लोग उपस्थित थे।
इनका मार्गदर्शन करते हुए पूज्य संत रामानुजाचार्य जी ने कहा कि ये सभी अन्य मत-पंथ में प्यार से, मन से नहीं गए थे, अपितु भय से, जोर-जबरदस्ती से गए थे। यह हर्ष का विषय है कि आज ये लोग अपने मूल धर्म में वापस आए हैं।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री सुधांशु पटनायक ने बताया कि 1966 में प्रयागराज में हुए विश्व हिंदू परिषद के सम्मेलन में पूज्य संतों ने घरवापसी का रास्ता बनाया। इसके बाद से अभी तक लगभग 9,00,000 लोगों को वापस लाया गया और लगभग 62,00,000 लोगों को बचाया गया। यानी ये लोग विश्व हिंदू परिषद की सक्रियता से ईसाई या मुसलमान बनने से बच गए।
उन्होंने सभी को जीवन-पर्यन्त इस कार्य को करते रहने की प्रेरणा दी। विश्व हिंदू परिषद, दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना और प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता और अन्य संगठनों के अधिकारी उपस्थित थे।
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