यूएसए और कनाडा के निवेशकों को ‘नये भारत का नया उत्तर प्रदेश’ निवेश का सबसे बेहतर गंतव्य दिख रहा है। इन देशों में गई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सेकेंड टीम प्रदेश की बदली हुई तस्वीर निवेशकों के सामने रखने में सफल रही, जिसका नतीजा है कि सरकार को एक तरफ जहां प्रदेश में कई निवेश प्रस्ताव (लेटर ऑफ इंटेंट) मिले। वहीं दूसरी तरफ आठ निवेशकों ने 19,265 करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापन (एमओयू) भी साइन किए। इससे 1410 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना एवं पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में इन देशों में गई टीम ने तीन दिनों में 51 गवर्मेंट टू गवर्मेंट (जी 2 जी) और बिजनेस टू बिजनेस (बी 2 बी) बैठकें की। इससे प्रदेश को 41 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के 27 लेटर ऑफ इंटेंट प्राप्त हुए, जिनमें से आठ प्रस्ताव एमओयू में तब्दील हुए। इनमें 4 एमओयू रणनीतिक साझेदारी के हस्ताक्षरित हुए। बाकी बचे 19 प्रस्तावों पर एमओयू जीआईएस-23 से पहले साइन होने की उम्मीद है।
यूएसए और कनाडा के दौरे पर गई टीम ने निवेशकों और वहां की सरकार के प्रतिनिधियों के समक्ष नये और बदले हुए उत्तर प्रदेश की तस्वीर भी रखी। इस कड़ी में विधानसभा सतीश महाना ने कनाडा में भारतीय मूल के विधायक और ब्रिटिश कोलंबिया विधान सभा के अध्यक्ष राज चौहान से मुलाकात की। इस दौरान आयोजित हुए गोलमेज सम्मेलन में दोनों नेताओं ने गवर्मेंट टू गवर्नमेंट बात की। वहीं पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कनाडा के वन मंत्री, एवं रोजगार और इकोनॉमिक रिकवरी मंत्री और व्यापार के राज्य मंत्री से मुलाकात की।
अभी तक साइन हुए एमओयू में सबसे ज्यादा निवेश लॉजिस्टिक और डिफेंस एवं एयरोस्पेस सेक्टर में होने जा रहा है। मोबिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रुप इस क्षेत्र में प्रदेश के अंदर 8200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे प्रदेश में 100 रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। वहीं डिफेंस और एयरोस्पेस में क्युएसटीसी आईएनसी कम्पनी भी 8200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे 200 रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार और हेल्थ केयर सेक्टर की कम्पनियों के बीच कुल 2055 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए। इसके तहत माय हेल्थ सेंटर और जेडएमक्यु कम्पनी क्रमशः 2050 और 5 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे 500 और 60 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। वहीं मेडिकल डिवाइस में डेजेरो लैब्स आईएनसी कम्पनी 10 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे 75 रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
दौरे पर कस्टमर ड्यूरेबल्स, हॉस्पिटैलिटी और इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को लेकर भी एमओयू साइन हुए। इन क्षेत्रों में क्रमशः अकुवा टेक्नोलॉजी कम्पनी 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे 25 रोजगार उपलब्ध होंगे। ओपुलेंस मैनेजमेंट कॉर्प हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे 300 रोजगार सृजित होंगे। वहीं विर्तुबॉक्स ने इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेश के लिए एमओयू साइन किया है। यह कम्पनी 200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे 150 रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
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