कोलकाता। वंदे भारत ट्रेन पर मालदा के समसी और कुमारगंज स्टेशनों के बीच पथराव हुआ। इससे ट्रेन के सी 13 डिब्बे की खिड़की का कांच टूट गया और बाहरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। हालांकि किसी को चोट नहीं आई है। रेलवे की ओर से एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के प्रवक्ता सब्यसाची डे ने मंगलवार को बताया कि सोमवार शाम करीब 6 बजे मालदा के समसी और कुमारगंज स्टेशन के बीच ट्रेन पर पथराव हुआ। आरपीएफ की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची और वहां लोगों को सचेत किया गया है कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। इसे काफी गंभीरता से लिया जा रहा है। ऑन बोर्ड आरपीएफ स्टाफ की संख्या भी बढ़ाई जा रही है और कुमारगंज स्टेशन पर आरपीएफ की पेट्रोलिंग भी होगी। जीआरपी भी तलाशी अभियान चला रही है, जिसने भी पत्थरबाजी की है उसकी गिरफ्तारी होगी। ऐसी घटनाओं को लेकर यात्रियों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वंदे भारत ट्रेन के कांच स्टोन पेल्टिंग प्रूफ बनाए गए हैं। उससे आंतरिक हिस्सों में कोई नुकसान होने वाला नहीं है।
देश की इस पहली स्वदेश निर्मित हाई स्पीड प्रीमियम ट्रेन पर पथराव की घटना को राजनीति से जोड़ कर भी देखा जा रहा है। गत शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी के बीच वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर इसका शुभारम्भ किया था।
एनआईए जांच की मांग
भाजापा ने वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से करवाने की मांग की है। वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने ट्विटर पर लिखा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण और बीमार मानसिकता का परिचायक है। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में भारत की गौरव वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव किया गया है। क्या उद्घाटन के दिन जय श्री राम के नारों का बदला लिया जा रहा है? मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्रालय से अनुरोध करता हूं कि घटना की जांच एनआईए से कराई जाए ताकि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। उन्होंने ट्वीट में प्रधानमंत्री कार्यालय, रेल मंत्रालय और रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को भी टैग किया है। इधर भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख और उत्तर बंगाल के प्रभारी अमित मालवीय ने भी इस घटना को लेकर ममता बनर्जी पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि बंगाल के उत्तर से दक्षिण हिस्से को जोड़ने वाली विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे वाली इस बहुप्रतीक्षित ट्रेन की सख्त जरूरत थी। जब सड़कों और हवाई अड्डे जैसी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचागत परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की बात आती है तो ममता बनर्जी एक आपदा की तरह बर्ताव करती हैं। अब वंदे भारत ट्रेन की भी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर पा रही हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए।
रेलवे ने कहा- बिहार में हुई घटना
वंदे भारत पर पथराव की घटना पर पहले कहा जा रहा था कि पत्थरबाजी बंगाल में हुई, लेकिन बाद में रेलवे की तरफ से कहा गया कि जहां पत्थरबाजी हुई वह इलाका बिहार में पड़ता है। इसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताओं को आड़े हाथ लिया।
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