9/11 से बहुत पहले ब्रिटेन खात्मा करने जा रहा था आतंकी बिन लादेन का
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

9/11 से बहुत पहले ब्रिटेन खात्मा करने जा रहा था आतंकी बिन लादेन का

ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने अपने इस गुप्त अभियान के बारे में अमेरिका के राष्ट्रपति से चर्चा भी की थी। लेकिन, अमेरिका ने ब्रिटेन के उस आपरेशन का क्रियान्वित नहीं होने दिया था

by WEB DESK
Jan 2, 2023, 02:30 pm IST
in विश्व
अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला

अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

11 सितम्बर 2001 को अमेरिका में हुआ जिहादी हमला उस देश को ही नहीं, पूरी दुनिया को ​हिलाकर रख गया था। उसे आतंक की तरफ से विश्व को एक खुली चुनौती की तरह देखा गया था। ट्विन टॉवर पर हुए उस आतंकी हवाई हमले के साजिशकर्ता ओसामा बिन लादेन को बाद में पाकिस्तान की शरण में छुपे पाया गया था। वहां वह ऐबटाबाद की सैन्य छावनी के निकट एक किलेनुमा घर में पाकिस्तानी सेना की कथित पनाह में रह रहा था। तब अमेरिका ने मई 2011 में एक गुप्त अभियान में उस आतंकी को उसके अड्डे में घुसकर मारा था।

अब कुछ गोपनीय दस्तावेजों ने एक हैरान करने वाला खुलासा किया है। इसके अनुसार, 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में हुए आतंकी हमले से करीब 9 महीने पहले ही ब्रिटेन वैश्विक आतंकी ओसामा बिन लादेन का खात्मा करने की पूरी तैयारी कर चुका था। पता यह भी चला है कि ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने अपने इस गुप्त अभियान के बारे में अमेरिका के राष्ट्रपति से चर्चा भी की थी। लेकिन, अमेरिका ने ब्रिटेन के उस आपरेशन का क्रियान्वित नहीं होने दिया था।

ओसामा बिन लादेन (प्रकोष्‍ठ में) पाकिस्तान की शरण में ऐबटाबाद में इस किलेनुमा घर में रह रहा था।

ओसामा बिन लादेन, जो तब अल कायदा का सरगना था, ने अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर तथा उसके रक्षा अधिष्ठान पेंटागन पर हमला बोला था। इस हमले को देखकर दहली दुनिया को इसकी वि​भीषकता का भान हुआ था और इसके विरुद्ध एकजुट होकर लड़ने की कसमें खाई गई थीं। अब जो गोपनीय दस्तावेजों से सामने आया है उससे लगता है कि संभवत: अमेरिका पर हुए उस हमले बचा जा सकता था, बशर्ते ब्रिटेन का वह अभियान सिरे चढ़ता।

जो बातें अब सामने आई हैं उनसे स्पष्ट होता है कि अमेरिका के नेताओं ने ब्रिटेन ने उस ऑपरेशन के बारे में शुरू में तो अपनी रजामंदी दे दी थी, लेकिन फिर उस पर लगाम लगवा दी। ब्रिटेन अभी उस अभियान पर आगे कुछ सोच पाता उससे पहले ही अमेरिका ने संभवत: दुनिया के सामने ‘आतंकवाद के विरुद्ध अपनी गंभीरता’ प्रदर्शित करने के लिए अफगानिस्तान में मौजूद बिन लादेन के गुप्त अड्डों पर मिसाइलों से हमला बोल दिया। नतीजा यह हुआ कि इस कार्रवाई से लादेन के कान खड़े हो गए। वह अफगानिस्तान में उस अड्डे को छोड़कर कहीं और जा छुपा।

अमेरिका की उक्त कार्रवाई से पहले बिन लादेन 1998 में अफ्रीकी देशों केन्या तथा तंजानिया में अमेरिकी दूतावासों पर हमले कर चुका था। इतना ही नहीं, साल 2000 में उसने यमन में अमेरिकी नौसेना के यूएसएस कोल पर हमले किए थे। इन दोनों हमलों के दोषी ओसामा को अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई सरगर्मी से ढूंढ रही थी। तब तक ब्रिटेन लादेन को हमेशा के लिए खत्म करने का खाका तैयार कर चुका था, लेकिन अमेरिका ने किसी बहाने उसे निरस्त करा दिया और बाद में अफगानिस्तान में खुद उस जिहादी के ठिकानों पर मिसाइलों से हमले कर दिए, जिसमें वह बच निकला और उसने अमेरिका को ‘बर्बाद’ करने की कसमें खा लीं।

दस्तावेज बताते हैं कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के साथ एक भोज में थे, जहां एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि सभी चाहते हैं ओबीएल (ओसामा बिन लादेन) को खत्म कर दिया जाए। प्रधानमंत्री ब्लेयर के विदेश नीति सलाहकार जॉन सॉवर्स का तब कहना था कि अमेरिकियों को कोई सबूत नहीं मिला है जो दिखाता हो कि युद्धपोत यूएसएस कोल पर हमला ओसामा बिन लादेन ने करवाया था। ऐसा है तो अमेरिका पुख्ता सबूत मिलने तक हवाई हमले शुरू नहीं करेगा।

राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर

दस्तावेज बताते हैं कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ तत्कालीन ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के साथ एक भोज में थे, जहां एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि सभी चाहते हैं ओबीएल (ओसामा बिन लादेन) को खत्म कर दिया जाए। प्रधानमंत्री ब्लेयर के विदेश नीति सलाहकार जॉन सॉवर्स का तब कहना था कि अमेरिकियों को कोई सबूत नहीं मिला है जो दिखाता हो कि युद्धपोत यूएसएस कोल पर हमला ओसामा बिन लादेन ने करवाया था। ऐसा है तो अमेरिका पुख्ता सबूत मिलने तक हवाई हमले शुरू नहीं करेगा।

अमेरिका ब्रिटेन के आपरेशन के बारे में जान चुका था लेकिन तो भी बिल क्लिंटन के फरमान पर आगे बढ़ते हुए 20 अगस्त 1998 को अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत खोस्त में मौजूद लादेन के गुप्त अड्डे पर मिसाइलों से हमला बोल दिया गया। अमेरिका चाहता था ओसामा बिन लादेन का खात्मा हो। लेकिन आतंकी सरगना बिन लादेन उस हमले में बच निकला। अमेरिका का मिशन कामयाब नहीं हुआ पर इससे ब्रिटेन का अभियान भी धरा रह गया।

Topics: 911jihadterrorismterrorब्रिटेनfbiPakistanalquaidaafghanistandocumentsअमेरिकालादेनbritainosamabinladenattacksecretamerica
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

पाकिस्तान का झूठ बेनकाब: भारतीय प्लेन गिराने के दावे की सच्चाई पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने खुद ही बता दी

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने की ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा, बताया- ‘पहलगाम के पीड़ितों के लिए न्याय का प्रारंभ’

Operation Sindoor Video : सबूत मांगने वालों को भारतीय सेना का करारा जवाब, GPS डेटा के साथ जारी किए वीडियो

महरंग बलोच की गिरफ्तारी को लेकर अनेक अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने चिंता जताई है

महरंग बलोच को छोड़ कई बलूच कार्यकर्ताओं को रिहा करके क्या अपने लिए हमदर्दी पैदा कर सकती है पाकिस्तान सरकार?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies