गत दिसंबर को चैन्ने में आयोजित एक कार्यक्रम में देश के जाने-माने अधिवक्ता श्री केशव परासरन को डॉ. हेडगेवार प्रज्ञा सम्मान-2022 से सम्मानित किया गया। सम्मानस्वरूप उन्हें शॉल, मानपत्र एवं 1,00,000 रुपए का चेक प्रदान किया गया। ये वही परासरन हैं, जिन्होंने अपने अकाट्य तर्कों के साथ सर्वोच्च न्यायालय में श्रीराम जन्मभूमि मामले की पैरवी की थी। इस अवसर पर राष्टÑीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री भैयाजी जोशी ने उनकी प्रशंसा करते हुए कहा कि वे संकल्प, समर्पण और चुनौती का डटकर सामना करने वाली विभूति हैं।
डॉ. हेडगेवार का मानव निर्माण और समाज में परिवर्तन को लेकर जो दर्शन है, वही छवि हमें श्री परासरन में दिखती है। श्री परासरन ने कहा कि कोई भी कार्य अथवा लक्ष्य संकल्प से पूरा होता है और यह संकल्प भगवान कराते हैं। हर बात पूर्व निर्धारित होती है। राम जन्मभूमि विवाद में मैं तो केवल निमित्त मात्र था।
मुख्य अतिथि एवं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के महासचिव श्री चम्पत राय ने इस अवसर पर कहा कि भगवान राम ने श्री परासरन को इस जीत का माध्यम बनाया। विशिष्ट अतिथि थे श्री सज्जन कुमार तुलस्यान। कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्योगपति श्री श्रीधर वेम्बू ने की। कार्यक्रम का आयोजन श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय, कोलकाता ने किया था।
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