उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के इंडो नेपाल बॉर्डर सोनौली स्थित अंतरराष्ट्रीय प्रवेश द्वार पर शुक्रवार देर रात को दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों तथा सुरक्षा एजेंसियों ने दोनों चीनी नागरिकों से विस्तृत वार्ता करने के बाद आपसी विचार विमर्श किया और इन्हें नेपाल पुलिस के हवाले कर दिया।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि ये दोनों चीनी नागरिक नेपाल से भारत की तरफ आ रहे थे कि इन पर सशस्त्र सीमा बल के जवानों की नजर पड़ी। पूछताछ में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सघन जांच पडताल शुरू हुई। इनके पास वीजा नहीं होने की पुष्टि भी हुई। इसके बाद सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने इन्हें सोनौली कोतवाली पुलिस को सौंप दिया।
इधर, नौतनवा क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले का पुलिस से कोई सम्बन्ध नहीं था। इसलिए इन्हें इमिग्रेशन विभाग को सौंपा गया था। यहाँ आरोपियों ने बताया कि वे भारत के अधिकारियों से मिलकर यह जानने का प्रयास करने आये थे कि भारत में प्रवेश के क्या नियम हैं। तभी एसएसबी के जवानों की नजर उन पर पड़ गयी और उन्हें हिरासत में ले लिए गया। इसके बाद इमिग्रेशन विभाग ने इन्हें नेपाल पुलिस को सौंप दिया है।
असिस्टेंट कमिश्नर एसएसबी एमएल डोभाल ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार की रात लगभग 9 बजे इन दोनों चीनी नागरिकों से सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की। सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने इन्हें रूटीन चेकिंग के दौरान पकड़ा था। इनकी पहचान झेंग यिगजुन (50 वर्ष) और सांग हुई (52 वर्ष) के रूप में हुई थी। ये खुद को रिपब्लिकन ऑफ चाइना का नागरिक बता रहे थे।
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