शुआट्स (सैम हिग्गिन बाटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी एंड साइंस) के कुलपति राजेन्द्र बिहारी लाल एवं उसके भाई विनोद बिहारी लाल की संलिप्तता कन्वर्जन के मामले में सामने आई है। फतेहपुर जनपद में सामूहिक कन्वर्जन के मामले में पुलिस विवेचना कर रही है। उस विवेचना के दौरान पुलिस को साक्ष्य मिले हैं कि कन्वर्जन के मामले में इन लोगों की संलिप्तता प्रतीत हो रही है। पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया था। बृहस्पतिवार को विनोद बिहारी लाल अपने अधिवक्ता के साथ अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे थे। शुआट्स के कुलपति राजेन्द्र बिहारी लाल का विवादों से काफी पुराना नाता है।
एक्सिस बैंक के खाते से शुआट्स के कर्मचारियों की मिलीभगत से 22 करोड़ रुपये अधिक का गबन किया था। इस मामले में मई 2017 में सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। बैंक मैनेजर एहसान कमाल और शुआट्स के लेखाकार राजेश कुमार को मुख्य अभियुक्त बनाया गया था। इस मामले में ईडी ने भी मामला दर्ज किया था। इस वर्ष मई माह में ईडी ने कुलपति आरबी लाल से प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय में लगभग सात घंटे तक पूछताछ की। आरबी लाल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। इस मामले में आरबी लाल के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था। जानकारी के अनुसार आरबी लाल के खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।
उल्लेखनीय है कि पुलिस की विवेचना में सैम हिंगम्बॉटम यूनिवर्सिटी के विवादित कुलपति राजेंद्र बिहारी लाल, प्रशासनिक अधिकारी विनोद बिहारी लाल एवं चांसलर डॉ. जेट्टी ए ओलीवर का नाम फतेहपुर जनपद के कन्वर्जन के मामले में सामने आया है। फतेहपुर पुलिस को विवेचना के दौरान साक्ष्य मिले हैं। पुलिस ने तीनों से पूछताछ करने के लिए नोटिस भेजा था। नोटिस तामील होने के बाद विनोद बिहारी लाल अपने अधिवक्ता के साथ बयान देने के लिए पहुंचा था। गत दिनों पुलिस की नोटिस स्पष्ट कहा गया था कि नियत तिथि पर उपस्थित होकर विवेचना में सहयोग करें अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई प्रारम्भ की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि यह पूरा मामला प्रदेश के फतेहपुर का है, जहां शहर के हरिहरगंज स्थित इमैजिकल चर्च में 14 अप्रैल 2022 को सामूहिक कन्वर्जन कराए जाने के मामले में फतेहपुर पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। आरोप है कि नौकरी, बेहतर शिक्षा, रोजगार और घर देने का प्रलोभन देकर करीब 35 लोगों का कन्वर्जन कराया गया था। पुलिस की विवेचना में कन्वर्जन के इस मामले में प्रयागराज के नैनी में स्थित सैम हिंगम्बॉटम यूनिवर्सिटी के कुलपति आरबी लाल, चांसलर डॉ. जेट्टी ए ओलीवर, प्रशासनिक अधिकारी विनोद की भूमिका कन्वर्जन के मामले में सामने आई है।
टिप्पणियाँ