कानपुर के सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। जाजमऊ थाना पुलिस ने सपा विधायक इरफान सोलंकी समेत 5 अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है। इरफान सोलंकी के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने एक जमीन कब्जा करने की कोशिश की थी। इसी के साथ ही बांग्लादेशी नागरिक रिज़वान को भारतीय पहचान पत्र बनावाने के लिए सहायता की थी। बांग्लादेशी रिज़वान का परिवार कई वर्षों से पहचान छिपाकर कानपुर में रह रहा था। उसे भारतीय पहचान पत्र बनवाने के लिए जो कागजात प्रमाणित कराने थे। उन कागजात पर इरफान सोलंकी ने लिख कर दिया था कि वो रिज़वान को व्यक्तिगत रूप से जानते हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में जनपद काफी समय से ये बांग्लादेशी परिवार छिपकर रह रहा था। बांग्लादेशी रिजवान ने भारतीय पहचान पत्र भी बनवा लिया था। वो कई देशों की यात्रा भी कर चुका है। उसका पासपोर्ट कैसे बना। उसके पास इतना धन कहां से आया, जबकि वो कोई काम नहीं करता है। उसकी आय का स्रोत क्या था। यह जानने के लिए पुलिस ने रिजवान को कस्टडी रिमांड पर लिया था। पुलिस ने न्यायालय से 14 दिन की कस्टडी रिमांड की मांग की थी मगर न्यायालय ने रिजवान की मात्र 9 घंटे की ही कस्टडी रिमांड मंजूर की। रिमांड के दौरान पूछताछ में रिज़वान ने बताया कि वो हवाला का काम करता है। उसका पाकिस्तान में कई लोगों से संपर्क है। वो कई देशों की यात्रा भी कर चुका है।
जानकारी के अनुसार सीसामऊ विधानसभा से विधायक इरफान सोलंकी ने प्रमाणित किया था कि व्यक्तिगत तौर पर वे रिजवान को जानते हैं। इरफान सोलंकी ने रिज़वान और उसके परिवार के लोगों का भारतीय होना प्रामाणित किया था। मुख्य अभियुक्त के तीन आधार कार्ड मिले थे जिसमें नाम एक ही जैसा है, केवल पता अलग अलग है। परिवार के सभी सदस्यों के दो-दो पासपोर्ट बरामद किये गए थे।
सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ कानपुर जनपद में एफआईआर दर्ज की गई थी। फिलहाल इरफान सोलंकी जेल में हैं। कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के हस्ताक्षर का सैंपल लिया गया था। पुलिस ने जेल के अंदर इरफान सोलंकी से मिलकर 50 पन्नों पर 1350 बार हस्ताक्षर करवाएं। पुलिस ने बताया कि हस्ताक्षर का सैंपल देते समय इरफान सोलंकी बार-बार अपना हस्ताक्षर बदल रहे थे और पुलिस के ऊपर झल्ला रहे थे। इरफान सोलंकी के इन 1350 हस्ताक्षर के सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है।
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