तालिबान ने एनजीओ को कहा, 'महिलाओं को नहीं करने देंगे काम, इस्लामी रिवाज के कपड़े नहीं पहनतीं'
Saturday, June 3, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast Series
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम विश्व

तालिबान ने एनजीओ को कहा, ‘महिलाओं को नहीं करने देंगे काम, इस्लामी रिवाज के कपड़े नहीं पहनतीं’

सहायता अभियान में जुटे तीन गैर-सरकारी संगठनों ने अपना काम बंद कर दिया है और इस समस्या का निदान न होने तक आगे काम न करने का फैसला किया है

WEB DESK by WEB DESK
Dec 26, 2022, 05:06 pm IST
in विश्व
काबुल में एक एनजीओ द्वारा खाद्य साम्रगी वितरित किए जाने का इंतजार करते लोग

काबुल में एक एनजीओ द्वारा खाद्य साम्रगी वितरित किए जाने का इंतजार करते लोग

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

कट्टर इस्लामी तालिबान के राज में बदतर होते जा रहे देश अफगानिस्तान में राहत और मानवीय मदद के काम में लगे विदेशी सहायता समूहों का भी काम करना मु​हाल हो गया है। तालिबान को इन एनजीओ में काम कर रहीं महिलाओं को लेकर आपत्ति है। इस्लामी लड़ाकों की सरकार ने कहा है कि ये संगठन महिलाओं को काम पर न लगाएं क्योंकि ये इस्लामी तौर—तरीके से कपड़े नहीं पहनती हैं। तालिबान के इस फरमान के बाद से तीन गुस्साए एनजीओ ने अफगानिस्तान में अपना काम बंद कर दिया है। इन गैर सरकारी विदेशी संगठनों में ‘सेव द चिल्ड्रन’ संस्था भी है।

वैसे सब जानते हैं कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से ​ही उस देश में महिलाओं का जीना मुश्किल किया हुआ है। अगस्त 2021 के बाद से ढेरों ऐसे फैसले लिए गए हैं जो सीधे सीधे महिलाओं को दोयम दर्जे का नागरिक बना चुूके हैं। महिलाओं पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। बच्चियों के लिए स्कूल के दरवाजे बंद करने वाले तालिबान ने हाल ही में विश्वविद्यालयों में भी लड़कियों की तालीम पर रोक लगा दी है।

इन एनजीओ में प्रमुख हैं सेव द चिल्ड्रन, द नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल तथा केयर। इन संगठनों की तरफ से कहा गया है कि वे तो अफगानिस्तान में लड़ाई, अकाल तथा आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाने के काम में लगे हैं। लेकिन शायद तालिबान को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इसलिए वे हमारा काम बंद कराने के तरीके ढूंढ रहे हैं।

एएनआई की खबर है कि अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने सभी स्थानीय तथा विदेशी गैर-सरकारी संगठनों को महिला कर्मचारियों को काम पर लगाने से बाज आने का हुक्म सुनाया है। इससे गुस्साए सहायता अभियान में जुटे तीन गैर-सरकारी संगठनों ने अपना काम बंद कर दिया है और इस समस्या का निदान न होने तक आगे काम न करने का फैसला किया है। तालिबान ने इन संगठनों में महिलाओं के काम करने पर रोक इसलिए लगाई है क्योंकि वे कथित तौर पर इस्लामी ड्रेस कोड का पालन नहीं कर रही थीं।

इन एनजीओ में प्रमुख हैं सेव द चिल्ड्रन, द नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल तथा केयर। इन संगठनों की तरफ से कहा गया है कि वे तो अफगानिस्तान में लड़ाई, अकाल तथा आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाने के काम में लगे हैं। लेकिन शायद तालिबान को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इसलिए वे हमारा काम बंद कराने के तरीके ढूंढ रहे हैं। संगठनों का कहना है कि, उनके काम में महिलाओं की भी बड़ी भूमिका है, जिनके बिना वे अपना काम जारी नहीं रख सकते। इसलिए उन्होंने यह पाबंदी हटने तक काम रेाक देने का फैसला किया है।

पता चला है कि तालिबान सरकार की तरफ से कई स्थानीय तथा विदेशी एनजीओ को पत्र जारी करके इस फैसले की जानकारी दी गई है। यूरोपीय संघ ने अफगानिस्तान में गैर सरकारी संगठनों के काम में तालिबान द्वारा इस तरह की अड़चन पैदा करने पर उसकी कड़ी भर्त्सना की है।

Topics: afghanistanUNbankabulwomenngodresscodeantiislamicsavethechildren
ShareTweetSendShareSend
Previous News

फिर बहेगी संस्कृति की गंगा

Next News

‘विहिप ने अब तक लगभग 62 लाख लोगों को कन्वर्ट होने से बचाया’

संबंधित समाचार

सूडान: सेनाध्यक्ष ने यूएन को कहा-‘हटाओ अपना दूत’

सूडान: सेनाध्यक्ष ने यूएन को कहा-‘हटाओ अपना दूत’

मारे जाएंगे 2 करोड़ लोग! WHO ने कोरोना से बड़ी महामारी की तरफ किया इशारा

मारे जाएंगे 2 करोड़ लोग! WHO ने कोरोना से बड़ी महामारी की तरफ किया इशारा

फिर चीन परस्ती दिखाई WHO ने, ड्रैगन के दबाव में ताइवान को आमसभा से रखा बाहर

फिर चीन परस्ती दिखाई WHO ने, ड्रैगन के दबाव में ताइवान को आमसभा से रखा बाहर

अमेरिका की ‘पांथिक स्वतंत्रता रिपोर्ट’ ने फिर उगला भारत के लिए जहर, रिपोर्ट को भारत ने बताया तथ्यहीन

अमेरिका की ‘पांथिक स्वतंत्रता रिपोर्ट’ ने फिर उगला भारत के लिए जहर, रिपोर्ट को भारत ने बताया तथ्यहीन

‘पाकिस्तान में हिंसा के पीछे शाहबाज सरकार’, क्यों कहा इमरान खान ने ऐसा!

‘पाकिस्तान में हिंसा के पीछे शाहबाज सरकार’, क्यों कहा इमरान खान ने ऐसा!

‘इमरान ने अपनी पार्टी में गुंडे भर्ती किए, अब प्रतिबंध लगना ही चाहिए’

‘इमरान ने अपनी पार्टी में गुंडे भर्ती किए, अब प्रतिबंध लगना ही चाहिए’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मध्‍य प्रदेश के स्‍कूल में हिन्‍दू छात्राओं का ब्रेनवॉश! हिजाब में फोटो आई सामने

गंगा-जमना स्कूल: हिजाब मामले में स्कूल की मान्यता निलंबित

गैंगस्टर मकसूद की कुर्क प्रॉपर्टी को नीलाम करने की तैयारी, डीएम ने तैयार करवाई फाइल

गैंगरेप और हत्या के दो आरोपियों की फांसी की सजा रद्द, राजस्थान हाईकोर्ट ने किया दोषमुक्त

ओडिशा: शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त, कई के हताहत होने की आशंका, हेल्पलाइन नंबर 06782-262286

ओडिशा: शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त, कई के हताहत होने की आशंका, हेल्पलाइन नंबर 06782-262286

जून के अंत तक देश के सभी राज्यों में दौड़ेगी वंदे भारत ट्रेन: रेलमंत्री

जून के अंत तक देश के सभी राज्यों में दौड़ेगी वंदे भारत ट्रेन: रेलमंत्री

समान नागरिक संहिता को लेकर दिल्ली में बैठक

समान नागरिक संहिता को लेकर दिल्ली में बैठक

उत्तराखंड का सौभाग्य कि गुरु नानक देव के पावन चरण यहां पड़े: सीएम धामी

उत्तराखंड का सौभाग्य कि गुरु नानक देव के पावन चरण यहां पड़े: सीएम धामी

सरकारी योजनाओं की जानकारी युवाओं तक पहुंचाने के लिए व्यावहारिक तरीका अपनाएं अधिकारी : धामी

उत्तराखंड में निवेश का माहौल, इन्वेस्टर समिट की तैयारी, प्रधानमंत्री को दिया निमंत्रण

लोकशाही के छत्रपति

शिवाजी के राज्याभिषेक के व्यापक प्रभाव

84 सिख विरोधी दंगा: जगदीश टाइटलर के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट को कोर्ट ने दी मंजूरी

84 सिख विरोधी दंगा: जगदीश टाइटलर के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट को कोर्ट ने दी मंजूरी

दिल्ली की कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को 4 मार्च तक सीबीआई रिमांड पर भेजा

हाई कोर्ट से मनीष सिसोदिया को अंतरिम राहत, सात घंटे पत्नी से मिलने की इजाजत, परिवार के अलावा किसी से बात नहीं करेंगे

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies