काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के व्यावहारिक कला विभाग, दृश्य कला संकाय के शोध छात्र राहुल कुमार शॉ द्वारा निर्मित किया हुआ लोगो (प्रतीक) श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या के लिए चयनित हो गया है। अयोध्या सिटी लोगो डिजाइन प्रतियोगिता में तृतीय पुरस्कार के लिए चयनित हुआ है। इस पुरस्कार के तहत उन्हें 50 हजार रुपये नकद एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस लोगो डिजाइन प्रतियोगिता में डॉ मनीष अरोड़ा ने टीम लीडर के रूप में अधिकारिक प्रतिभागिता की तथा राहुल के डिजाइन बनाने में दिशा निर्देशन भी दिया। डॉ मनीष अरोड़ा ने बताया कि ग्लोबल स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। भारत के कई हिस्सों से प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। यह लोगो अयोध्या शहर के बारे में लोगों को अवगत कराएगा।
राहुल ने बताया कि इस लोगो को बनाने के पीछे अध्यात्म, प्रकृति अनुभूति, वातावरण, टाइपोग्राफी, अध्यात्म जीवन शैली, महान सांस्कृतिक इतिहास और भविष्य की अयोध्या को विशेष रूप से ध्यान में रखा गया। मध्य में स्थित श्रीराम की चरण पादुका को प्रतीक के तौर पर सूर्य और चन्द्रमा समय एवं काल के तौर पर प्रस्तुत किया गया है। पवित्र कमल के फूल को वैष्णव धर्म तथा कमल की सात पंखुडियों को विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम के प्रतीक के रूप में दर्शाया गया। लहरदार वृत्ताकार आकृति को सरयू नदी की गति से तथा किरणों को अंधकार के ऊपर प्रकाश की विजय एवं सूर्यवंश के रूप में दर्शाया गया। ऊपरी भाग में स्थित मंदिर को वर्तमान समय में बन रहे नागर शैली की वास्तुकला से लिया गया है। सबसे ऊपरी भाग में स्थित पताका को बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में दर्शाया गया। इसको बनाने में 25 दिन का समय लगा। अयोध्या शहर में प्रवेश करते समय, प्रमुख चौराहों, पर्यटन स्थलों, मंदिर, स्मारक, कुंड, पार्कों में यह लोगो दिखाई पड़ेगा।
इसके पूर्व डॉ. मनीष अरोरा ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय एवं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की सम्पूर्ण ब्राण्ड आइडेन्टीटी तथा राहुल शॉ के साथ मिलकर लखनऊ विश्वविद्यालय के 100वें वर्ष का लोगो एवं मुंगेर विश्वविद्यालय, बिहार की सम्पूर्ण ब्राण्ड आइडेन्टीटी का भी निर्माण किया।
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