सात महीने में दूसरी बार पंजाब में पुलिस को निशाना बनाते हुए आतंकी हमला हुआ है। बीती रात एक बजे आतंकियों ने तरनतारन जिले के सरहाली थाने के पास सांझ केन्द्र पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से हमला कर दिया। ग्रेनेड फटा नहीं, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। हमले में सांझ केंद्र और पुलिस स्टेशन के शीशे टूट गए हैं। खालिस्तानी आतंकी संगठन सिख्स फार जस्टिस के सरगना गुरपतवंत पन्नू ने इसकी जिम्मेदारी ले ली है। उसने कहा है कि जालन्धर के लतीफपुर में 1947 के विस्थापितों को उजाड़े जाने की घटना के खिलाफ यह हमला किया गया है। गौरतलब है कि शुक्रवार को ही जिला प्रशासन ने लतीफपुर से अवैध कब्जे छुड़वाए हैं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार रात करीब 1 बजे तरनतारन बठिंडा नेशनल हाईवे पर बने सरहाली पुलिस थाने के साथ सांझ केंद्र पर रॉकेट लांचर का प्रयोग करके हमला किया गया। रात शोरशराबा सुनकर जब तक पुलिस थाने से बाहर निकलती, तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। थाने में रात के मुंशी, ड्यूटी अफसर और दो सिपाहियों के अलावा कोई नहीं था। सांझ केंद्र बंद पड़ा था और ग्रेनेड फटा नहीं, जिसके चलते कोई हताहत नहीं हुआ। फॉरेंसिक टीमें जांच के लिए पहुंच गई हैं। सांझ केंद्र में पुलिस राजीनामा और सुलह के मामले देखती है। उल्लेखनीय है कि पंजाब में इससे पहले भी मोहाली में गुप्तचर विभाग कार्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से हमला हुआ था।
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