हैदराबाद। सोशल मीडिया पर श्रद्धा मर्डर केस (shraddha murder case) एवं शौर्य दिवस से संबंधित पोस्ट करने पर विधायक टी राजा सिंह (T Raja) को पुलिस की ओर से नोटिस जारी की गई है। इस पर टी राजा ने कहा कि प्रदेश सरकार और पुलिस उन्हें बेवजह निशाना बना रही है। टी राजा गोशामहल से विधायक हैं।
टी राजा ने कहा कि सरकार व पुलिस उनके पीछे पड़ी है। यहां तक कि सोशल मीडिया गतिविधियों पर भी नज़र रखी जा रही है। उन्होंने किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया है और वे अपने अधिवक्ता को सूचित कर चुके हैं।
मंगलहाट पुलिस ने बुधवार को विधायक राजा सिंह को दो कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि भड़काऊ बयानबाजी करने पर उनके खिलाफ 25 अगस्त, 2022 को पीडी एक्ट लगाया गया था। इसके बाद हाई कोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए 9 नवंबर, 2022 को रिहाई का आदेश देने के साथ ही भविष्य में किसी धर्म के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी नहीं करने एवं सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, यू-ट्यूब व अन्य प्लेटफार्म पर भड़काऊ पोस्ट नहीं करने का भी फैसला सुनाया था। 25 नवंबर को राजा सिंह के फेसबुक पेज से श्रद्धा मर्डर केस के संबंध में ‘अकबर ने अनारकली को दीवार में चुनवा दिया था, क्योंकि उस समय फ्रीज नहीं था। सालों बाद भी इनका सिर्फ तरीका बदला है मानसिकता नहीं।’ वाले पोस्ट पर पुलिस ने नोटिस जारी करते हुए इसमें हाई कोर्ट की शर्त का उल्लंघन होने की जानकारी दी।
अन्य एक नोटिस में 6 दिसंबर के शौर्य दिवस को लेकर दी गई। इसमें विधायक राजा सिंह ने ‘6 दिसंबर 1992 शौर्य दिवस पर राम कोठारी-शरद कोठारी के कारसेवा में बलिदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी थी। पुलिस का कहना है कि हाई कोर्ट से मिली राहत का उल्लंघन बताकर नोटिस जारी किया गया है। पुलिस ने दोनों ही पोस्ट को समुदाय विशेष के खिलाफ एवं भड़काने वाला बताया है। राजा सिंह को दो दिनों में जवाब देने को कहा। ऐसा न करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
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