दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बहुमत हासिल कर लिया है। 250 सीटों में उसने 134 पर जीत दर्ज की है। भाजपा को 104 सीटें मिली हैं। वहीं कांग्रेस के खाते में 9 सीटें गई हैं। निर्दलीय को तीन सीटें मिली हैं। निगम चुनाव में भाजपा और आप के बीच कांटे की टक्कर चली। कभी भाजपा का पलड़ा भारी रहा तो कभी आप का। लेकिन आखिरकार आप को पूर्ण बहुमत मिल गया।
पूर्वी में भाजपा तो बाहरी और दक्षिण दिल्ली में आप
निगम चुनाव में पूर्वी दिल्ली में भाजपा का जादू चला तो बाहरी दिल्ली में मतदाताओं ने आप पर विश्वास किया। पूर्वी दिल्ली में आप को 26, भाजपा को 42, कांग्रेस को 8 सीटें मिलीं। बाहरी दिल्ली में आप को 74, भाजपा को 40 सीटें ही मिलीं। दक्षिण दिल्ली में 34 और भाजपा को 21 सीटें मिलीं। चौहान बांगर सीट पर आप बुरी तरह हारी।
आप के 11 प्रतिशत मतदाता खिसके
आम आदमी पार्टी को निगम चुनाव में करीब 42 प्रतिशत वोट मिले हैं, जबकि विधानसभा चुनाव में उसके पास 53.57 का वोट प्रतिशत था। आप को करीब 11 प्रतिशत मतदाता खिसक गए हैं। ये आप के लिए खतरे की घंटी है।
जैन के इलाके की सभी सीट हारी आप
इस चुनाव की एक बड़ी बात यह भी है कि तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के इलाके की सभी सीटें आम आदमी पार्टी हार गई है। रानीबाग, पश्चिम विहार और सरस्वती विहार में आप की हार हुई है। इन सीटों पर भाजपा जीत गई है। उल्लेखनीय है कि चुनाव के दौरान भाजपा ने आप को सत्येंद्र जैन के मुद्दे पर जमकर घेरा था। जेल के अंदर से सत्येंद्र के वीआईपी ट्रीटमेंट लेते कई वीडियो भी वायरल हुए थे।
एग्जिट पोल धराशायी
वहीं एग्जिट पोल्स भी धराशायी हुए हैं। सभी में बताया गया था कि आप एकतरफा जीत हासिल करेगी, लेकिन अंत तक इस तरह की कोई बात नहीं दिखी। शुरुआत से ही आप और भाजपा में कांटे की टक्कर चलती रही।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि नगर निगम चुनाव में हमने मुद्दों पर चुनाव लड़ा है और AAP के झूठ-भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया। पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि एमसीडी के अच्छे कामों को जनता नहीं भूलेगी। केजरीवाल की सरकार ने जनता से सिर्फ छल किया है। इस बात को जनता जानती है।
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