भागलपुर के पीरपैंती में अशोक यादव ने मो. शकील को अपने घर और दुकान आने से मना किया तो उसने अपने एक साथी शेखजुद्दीन के साथ मिलकर उनकी पत्नी नीलम यादव की बर्बर तरीके से हत्या कर दी।
भारत में भी तालिबानी क्रूरता आम हो चुकी है। इसका एक और उदाहरण बिहार के भागलपुर जिले में मिला है। भागलपुर जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलोमीटर दूर पीरपैंती में नीलम यादव नामक एक महिला की हत्या बड़ी क्रूरता के साथ कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नीलम यादव अपने पुत्र कुंदन के साथ साइकिल से पीरपैंती बाजार गई थी। छोटी दिलौरी स्थित घर लौटने के क्रम में सिंघिया पुल से कुछ दूर आगे कुंदन ने अपनी मां को उतार दिया। इसके बाद नीलम पैदल ही अपने घर की ओर जाने लगी और कुंदन साइकिल चलाते हुए काफी आगे निकल गया।
उसी समय मो. शकील और मो. शेखजुद्दीन ने नीलम के सर पर दबिया से प्रहार कर दिया। नीलम जब थोड़ी अचेत हुई तो उन दोनों ने उस पर ताबड़तोड़ हमले किए। नीलम तड़पती रही और दोनों ने उसके हाथ, कान और दोनों स्तन काट दिए। वे दोनों यही नहीं रुके। उसके पैर भी काटने वाले थे कि एक व्यक्ति को आते देखकर वे दोनों भाग गए। उस राहगीर ने नीलम के पति अशोक यादव को फोन पर घटना की सूचना दी।
खून से लथपथ नीलम ने मरने से पहले अपने बेटे को बताया कि पीरपैंती बाजार के शकील ने एक व्यक्ति के साथ मिलकर धारदार हथियार से उसके अंग काट दिए हैं। वे दोनों उसे टुकड़ों-टुकड़ों में काटना चाहते थे, लेकिन किसी की आने की आहट सुन दोनों भाग निकले। अस्पताल ले जाने के दौरान नीलम की मौत हो गई।
पीरपैंती पुलिस ने घटनास्थल से टूटी चूड़ियां और खून से सनी मिट्टी बरामद की है। वहां से चप्पल और गमछा भी बरामद हुआ है। पुलिस ने दोनों आरोपितों के घर पर छापेमारी की तो कई धारदार हथियार मिले हैं।
मृतका की दुकान पर आता था शकील
मृतका के पति अशोक यादव ने बताया कि मो. शकील बहुत ही चरित्रहीन है। बता दें कि अशोक यादव किराने की दुकान चलाते हैं। कभी उनकी पत्नी नीलम भी दुकान में बैठती थी। मो. शकील बिना काम के उनकी दुकान पर आता था। इसलिए अशोक और नीलम ने शकील को दुकान पर आने से मना किया था। इसके बाद शकील उनकी दुकान में नहीं जाता था, लेकिन मन ही मन नीलम की हत्या की योजना बनाने लगा और मौका पाते ही उसने उनकी हत्या कर दी।
इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति हैे। वहां 5 थानों की पुलिस तैनात है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. गुरुप्रकाश पासवान ने नीलम देवी की जघन्य हत्या पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है, ”जिस तरह से इस घटना को अंजाम दिया गया है, उससे स्पष्ट होता है कि बिहार में कानून—व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ गई है। आपराधिक मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है, यह गहरी चिंता की बात है। नीतीश कुमार लगभग 17 वर्ष से मुख्यमंत्री हैं। वहीं मुख्य सचिव लंबे समय तक बिहार के गृह सचिव रहे हैं। ऐसे में इस तरह की घटनाओं से उन पर प्रश्नचिन्ह उठता है।”
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