सहारनपुर कमिश्नरी में भू राजस्व का रिकॉर्ड, फायदा उठा रहे हैं माफिया
Sunday, February 5, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत उत्तराखंड

सहारनपुर कमिश्नरी में भू राजस्व का रिकॉर्ड, फायदा उठा रहे हैं माफिया

यूपी आवास विकास परिषद दबाए हुए है उत्तराखंड के भू रिकॉर्ड

उत्तराखंड ब्यूरो by उत्तराखंड ब्यूरो
Dec 5, 2022, 04:11 pm IST
in उत्तराखंड
प्रतीकात्मक चित्र

प्रतीकात्मक चित्र

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
https://panchjanya.com/wp-content/uploads/speaker/post-259342.mp3?cb=1670236886.mp3

उत्तराखंड राज्य बने हुए 22 साल हो गए हैं फिर भी देहरादून-हरिद्वार के भू- राजस्व का रिकॉर्ड सहारनपुर में क्यों पड़ा हुआ है? इसका जवाब उत्तराखंड सरकार नहीं दे पा रही है। इसी तरह उत्तराखंड में आवास विकास विभाग की जमीन भवनों की खरीद फरोख्त रजिस्ट्रियां, दाखिल खारिज क्यों नहीं हो रही हैं? इस पर यूपी आवास विकास को क्यों आपत्ति है इसका समाधान अब तक क्यों नहीं हो पा रहा है? कोई जवाब देने को राजी नहीं।

उत्तराखंड में में पिछले कुछ सालों से सहारनपुर अभिलेखाकार कार्यालय से एक खेल चल रहा है, यहां से शत्रु संपत्तियों के कथित वारिस पैदा होकर देहरादून और हरिद्वार की संपत्तियों पर अपने दावे कर रहे हैं। इस खेल में बड़े-बड़े भू माफिया लिप्त बताए जा रहे हैं। यहां तक कि सरकारी संपत्तियों के भी वारिस पैदा हो गए हैं।

दिलचस्प बात ये है कि उत्तराखंड राज्य गठन के 22 साल बाद भी यूपी के सहारनपुर से भू राजस्व अभिलेखों का रिकॉर्ड देहरादून कमिश्नरी में नहीं पहुंचा है, यूपी के वक्त से ये रिकॉर्ड सहारनपुर कमिश्नरी होने की वजह से वहीं है। उत्तराखंड सरकार ने अभी तक इस मुद्दे पर यूपी सरकार से गंभीरता से बात नहीं की है। जबकि संविधान के अनुसार ये भू राजस्व का रिकॉर्ड उत्तराखंड आ जाना चाहिए था।

इस रिकॉर्ड के उत्तराखंड में नहीं होने से सहारनपुर देवबंद के भू माफिया देहरादून में स्थानीय लोगों पर केस दर्ज करने में लगे हुए हैं। इसमें देहरादून नगर निगम के कुछ लिपिक भी इस षडयंत्र में शामिल बताए जाते हैं।

एक और मुद्दा यूपी आवास विकास परिषद से जुड़ा हुआ है। यूपी से विभाजन के बाद उत्तराखंड को यूपी आवास विकास परिषद ने संपत्तियों के अभिलेख हस्तांतरित नहीं किए। उत्तराखंड आवास विकास परिषद का गठन हो जाने के बावजूद इन दोनों राज्यों के विभागों की पत्रावलियां चलते चलते बीस साल हो गए हैं। जानकारी के अनुसार आवास विकास कॉलोनियों में रहने वाले करीब 22 हजार लोगों की रजिस्ट्रियां और दाखिल खारिज लंबित पड़े हुए हैं। पिछले दिनों दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस मुद्दे पर समाधान बैठक भी की थी, किंतु इसके बावजूद दोनों विभाग अभी तक कागजी कार्रवाई में ही उलझे हुए हैं और हजारों लोग परेशान घूम रहे हैं।

जरूरत इस बात की है कि उत्तराखंड सरकार इन दोनों मुद्दों पर यूपी सरकार से गंभीरता से बात करे और दोनों राजस्व अभिलेखों को उत्तराखंड लाए जाने का प्रयास करे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों ये बात कह चुके हैं कि दोनों राज्यों के बीच संपत्ति को लेकर कोई विवाद अब बाकी नहीं है। ये बात सही भी है कि विवाद कोई नहीं है, परंतु मुद्दा संपत्ति भू आलेखों के हस्तांतरण का है। यदि जमीनों के रिकॉर्ड ही उत्तराखंड को नहीं मिलेंगे तो ऐसे में विवाद बने रहेंगे और भू माफिया इसका फायदा उठाते रहेंगे।

Topics: land revenue disputeland recordयूपी समाचारUP newsसहारनपुर समाचारsaharanpur newsभू-माफियाland mafiaभू राजस्व विवादभू रिकॉर्ड
Share8TweetSendShareSend
Previous News

‘पहचान’ बताने में सीबीएसई से आगे निकला यूपी बोर्ड

Next News

मानव निर्मित था कोरोना वायरस, चीन में काम कर चुके अमेरिकी वैज्ञानिक का दावा

संबंधित समाचार

आज नीदरलैंड में रोड-शो करेंगे डिप्टी सीएम

हिन्दू विरोधी चरित्र वाली समाजवादी पार्टी अब है समाप्तवादी पार्टी : केशव प्रसाद मौर्य

हाजी इकबाल और उसके परिवार के खिलाफ लुकआउट नोटिस, अरबों की अवैध संपत्ति मामले में फरार है गैंगस्टर खनन माफिया

खनन माफिया हाजी इकबाल की अग्रिम जमानत याचिका हाईकोर्ट से निरस्त

बाहुबली अतीक अहमद पर योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, 12 दिन में 100 करोड़ की संपत्ति कुर्क

अतीक अहमद को हाईकोर्ट से लगा झटका, विशेष अदालत के आदेश की चुनौती याचिका हुई खारिज

खनन माफिया महमूद अली की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को हाजी इकबाल की तलाश

फरार खनन माफिया हाजी इकबाल की गिरफ्तारी के लिए बढ़ेगी इनामी राशि

हाजी इकबाल और उसके परिवार के खिलाफ लुकआउट नोटिस, अरबों की अवैध संपत्ति मामले में फरार है गैंगस्टर खनन माफिया

फरार खनन माफिया हाजी इकबाल के बेटों की पुलिस को मिली रिमांड

पीएम मोदी देश को जोड़ने में जुटे, मगर कुछ लोग देश को तोड़ने का षडयंत्र रच रहे : सीएम योगी

भारत अब दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता कर चुका है अर्जित : योगी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता, जनता ही देश की मालिक, खत्म किए जाएंगे अंग्रेजों के समय के कानून : किरेन रिजिजू

कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता, जनता ही देश की मालिक, खत्म किए जाएंगे अंग्रेजों के समय के कानून : किरेन रिजिजू

उत्तराखंड  : कौन हैं ये लोग जो देहरादून में आकर योजनाबद्ध तरीके से नदी किनारे बसते जा रहे हैं ?

उत्तराखंड : कौन हैं ये लोग जो देहरादून में आकर योजनाबद्ध तरीके से नदी किनारे बसते जा रहे हैं ?

संत रविदास जयंती पर विशेष : प्रभु जी! तुम मोती, हम धागा…

संत रविदास जयंती पर विशेष : प्रभु जी! तुम मोती, हम धागा…

2023 में भी विश्‍व के नंबर 1 नेता हैं प्रधानमंत्री मोदी

2023 में भी विश्‍व के नंबर 1 नेता हैं प्रधानमंत्री मोदी

पितृपक्ष मेला में गया से चीनी जासूस गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस

उत्तराखंड : डॉक्टरों की फर्जी डिग्रियां बनाता था इमलाख, एसटीएफ ने अजमेर से पकड़ा

बजट 2023 : रेल सुविधाओं के लिए उत्तराखंड को 5004 करोड़ की सौगात, विश्व स्तरीय बनेंगे हरिद्वार-देहरादून स्टेशन

बजट 2023 : रेल सुविधाओं के लिए उत्तराखंड को 5004 करोड़ की सौगात, विश्व स्तरीय बनेंगे हरिद्वार-देहरादून स्टेशन

रेल मंत्री का बड़ा ऐलान वंदे भारत ट्रेन के बाद अब वंदे मेट्रो की होगी शुरुआत, जानिए इसकी रफ्तार ?

रेल मंत्री का बड़ा ऐलान वंदे भारत ट्रेन के बाद अब वंदे मेट्रो की होगी शुरुआत, जानिए इसकी रफ्तार ?

‘सख्त निर्णय लेने पर हमें मजबूर न करें’ कॉलेजियम मामले में केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट का कड़ा रुख

‘सख्त निर्णय लेने पर हमें मजबूर न करें’ कॉलेजियम मामले में केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट का कड़ा रुख

‘अहमदिया महिलाओं पर हमले करो, उनके बच्चे मत पैदा होने दो’, यह सोच डराए हुए है पाकिस्तान के अहमदियाओं को

‘अहमदिया महिलाओं पर हमले करो, उनके बच्चे मत पैदा होने दो’, यह सोच डराए हुए है पाकिस्तान के अहमदियाओं को

समाज सुधार तथा समरसता के संवाहक संत रैदास

समाज सुधार तथा समरसता के संवाहक संत रैदास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • लव जिहाद
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies