बाइडेन से मैक्रों से तक, विश्व के बड़े नेता उत्साहित हैं मोदी के नेतृत्व में भारत के जी-20 अध्यक्ष बनने से
Sunday, February 5, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम विश्व

बाइडेन से मैक्रों से तक, विश्व के बड़े नेता उत्साहित हैं मोदी के नेतृत्व में भारत के जी-20 अध्यक्ष बनने से

फ्रांस ही नहीं, अमेरिका सहित अन्य कई देश भी मोदी के नेतृत्व वाले भारत के हाथ में अध्यक्षता आने से उत्साहित हैं और उम्मीद जता चुके हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई में जी20 शिखर सम्मेलन एक निर्णायक सम्मेलन होगा

WEB DESK by WEB DESK
Dec 5, 2022, 12:00 pm IST
in विश्व
राष्ट्रपति जो बाइडेन (बाएं) और राष्ट्रपति मैक्रों (दाएं) के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी     (फाइल चित्र)

राष्ट्रपति जो बाइडेन (बाएं) और राष्ट्रपति मैक्रों (दाएं) के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (फाइल चित्र)

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

फ्रांस यूरोपीय संघ का एक महत्वपूर्ण भागीदार है। उसकी बात को बहुत गंभीरता से लिया जाता है। राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों यूरोपीय संघ में एक बड़ा कद रखते हैं और दुनिया की महत्वपूर्ण घटनाओं के संदर्भ में यूरोपीय संघ के मत का प्रतिनिधित्व करते हैं। अगर वे भारत को G-20 की अध्यक्षता दिए जाने के बारे में कोई टिप्पणी कहते हैं तो उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। उन्होंने जिस तरह एक ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की खुलकर तारीफ की है उसे कई मायनों बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

राष्ट्रपति मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी एक फोटो साझा करते हुए ट्वीट किया है। ट्वीट में मैक्रों ने मोदी की तारीफ करते हुए लिखा है, “एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य! भारत ने जी—20 की अध्यक्षता संभाली है। मैं अपने दोस्त नरेंद्र मोदी पर यकीन करता हूं कि वह हमें शांति और अधिक स्थायी दुनिया बनाने के लिए एकसाथ लाएंगे”। उल्लेखनीय है कि सिर्फ फ्रांस ही नहीं, अमेरिका सहित अन्य कई देश भी मोदी के नेतृत्व वाले भारत के हाथ में अध्यक्षता आने से उत्साहित हैं और उम्मीद जता चुके हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई में जी20 शिखर सम्मेलन एक निर्णायक सम्मेलन होगा।

भारत के जी-20 एजेंडा में एक बहुत उल्लेखनीय प्रयास का जिक्र है। वह यह कि भारत जी-20 में संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत, विविधता तथा अपनी 75 वर्ष की उपलब्धियों तथा प्रगति को सबके सामने रखेगा।

यहां यह जानना जरूरी है कि गत एक दिसंबर 2022 को भारत ने जी-20 गठबंधन का नेतृत्व हाथ में लिया है। इसे भारत की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण मौका माना जा रहा है। गत सप्ताह अपने एक ब्लॉग में मोदी ने उल्लेख किया था कि भारत का जी—20 का एजेंडा समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई की ओर देखने वाला और निर्णायक रहेगा। उन्होंने लिखा था, ‘दुनिया आज जिन बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है, उनको साथ मिलकर काम करने से ही सुलझाया जा सकता है। आइए, हम भारत की जी—20 की अध्यक्षता को उपचार, सद्भाव तथा आशा की अध्यक्षता बनाने के लिए एकजुट हो जाएं’।

भारत के जी—20 एजेंडा में एक बहुत उल्लेखनीय प्रयास का जिक्र है। वह यह कि भारत जी-20 में संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत, विविधता तथा अपनी 75 वर्ष की उपलब्धियों तथा प्रगति को सबके सामने रखेगा। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस बारे में एक बयान जारी किया है। बयान में है कि भारत अपनी अध्यक्षता में अगले साल 9—10 सितंबर को जी-20 गठबंधन के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है।

मंत्रालय का बयान बताता है कि इस संबंध में सम्मेलन की तैयारियों का अंतिम रूप देने पर काम चल रहा है। बता दें कि भारत इस सम्मेलन को एक बड़े पैमाने पर आयोजित करने की योजना बना रहा है। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इतने बड़े पैमाने पर शायद और कोई सम्मेलन नहीं हुआ होगा।

आगामी सितम्बर में होने जा रहे इस शिखर सम्मेलन में भारत के 75 प्रमुख विश्वविद्यालयों के छात्रों को शामिल किया जाएगा। सम्मेलन स्थल बेहद आकर्षक बनाया जाएगा। ऑडियो-वीडियो माध्यमों से देश को सम्मेलन की प्रगति की सारी जानकारी दी जाएगी। रेडियो के माध्यम से भी प्रचार किया जाएगा। जी-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) जैसे बड़े देश और मंच सम्मिलित हैं।

मोदी द्वारा रेखांकित किए जी—20 की आगामी बैठक के महत्वपूर्ण एजेंडे के संदर्भ में ही संभवत: राष्टपति मैक्रों ने उत्साह से भरी उक्त टिप्पणी की है। और सिर्फ मैक्रों ही नहीं, राष्ट्रपति जो बाइडेन भी भारत की अगुआई में जी—20 शिखर सम्मेलन को लेकर काफी आशान्वित हैं।

Topics: G20macronजी20विदेशusमैक्रोंभारतनरेंद्रमोदीmodipresidencyFrancesummmitBidenamericaprimeministerIndia
ShareTweetSendShareSend
Previous News

गुजरात विधानसभा चुनाव : दूसरे चरण के चुनाव के लिए मतदान जारी

Next News

अवैध खनन को रोकने के लिए योगी सरकार का सख्त कदम, पीएसी तैनात

संबंधित समाचार

जी 20 मंच पर वैश्विक मामलों के प्रभावी समाधान का प्रयास करेगा भारत : लोकसभा अध्यक्ष

जी 20 मंच पर वैश्विक मामलों के प्रभावी समाधान का प्रयास करेगा भारत : लोकसभा अध्यक्ष

बजट की हुई ब्रिटेन और यूएई में तारीफ, कारोबारियों-आर्थिक दिग्गजों ने बताया शानदार

बजट की हुई ब्रिटेन और यूएई में तारीफ, कारोबारियों-आर्थिक दिग्गजों ने बताया शानदार

अब अडानी के हाथ में इस्राएल का हाइफा पोर्ट, नेतन्याहू ने करार को बताया ऐतिहासिक

अब अडानी के हाथ में इस्राएल का हाइफा पोर्ट, नेतन्याहू ने करार को बताया ऐतिहासिक

रूस ने BBC पर लगाया बड़ा आरोप, मोदी की डॉक्यूमेंट्री पर दिया भारत का साथ

रूस ने BBC पर लगाया बड़ा आरोप, मोदी की डॉक्यूमेंट्री पर दिया भारत का साथ

‘धोखेबाज, रिश्वतबाज थे अशरफ गनी’: पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ

‘धोखेबाज, रिश्वतबाज थे अशरफ गनी’: पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री पोम्पिओ

बीबीसी डॉक्यूमेंट्री:  दुष्प्रचार की टूलकिट BBC के विरुद्ध ब्रिटेन में लामबंद हुए प्रवासी भारतीय

बीबीसी डॉक्यूमेंट्री: दुष्प्रचार की टूलकिट BBC के विरुद्ध ब्रिटेन में लामबंद हुए प्रवासी भारतीय

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता, जनता ही देश की मालिक, खत्म किए जाएंगे अंग्रेजों के समय के कानून : किरेन रिजिजू

कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता, जनता ही देश की मालिक, खत्म किए जाएंगे अंग्रेजों के समय के कानून : किरेन रिजिजू

उत्तराखंड  : कौन हैं ये लोग जो देहरादून में आकर योजनाबद्ध तरीके से नदी किनारे बसते जा रहे हैं ?

उत्तराखंड : कौन हैं ये लोग जो देहरादून में आकर योजनाबद्ध तरीके से नदी किनारे बसते जा रहे हैं ?

संत रविदास जयंती पर विशेष : प्रभु जी! तुम मोती, हम धागा…

संत रविदास जयंती पर विशेष : प्रभु जी! तुम मोती, हम धागा…

2023 में भी विश्‍व के नंबर 1 नेता हैं प्रधानमंत्री मोदी

2023 में भी विश्‍व के नंबर 1 नेता हैं प्रधानमंत्री मोदी

पितृपक्ष मेला में गया से चीनी जासूस गिरफ्तार, पूछताछ में जुटी पुलिस

उत्तराखंड : डॉक्टरों की फर्जी डिग्रियां बनाता था इमलाख, एसटीएफ ने अजमेर से पकड़ा

बजट 2023 : रेल सुविधाओं के लिए उत्तराखंड को 5004 करोड़ की सौगात, विश्व स्तरीय बनेंगे हरिद्वार-देहरादून स्टेशन

बजट 2023 : रेल सुविधाओं के लिए उत्तराखंड को 5004 करोड़ की सौगात, विश्व स्तरीय बनेंगे हरिद्वार-देहरादून स्टेशन

रेल मंत्री का बड़ा ऐलान वंदे भारत ट्रेन के बाद अब वंदे मेट्रो की होगी शुरुआत, जानिए इसकी रफ्तार ?

रेल मंत्री का बड़ा ऐलान वंदे भारत ट्रेन के बाद अब वंदे मेट्रो की होगी शुरुआत, जानिए इसकी रफ्तार ?

‘सख्त निर्णय लेने पर हमें मजबूर न करें’ कॉलेजियम मामले में केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट का कड़ा रुख

‘सख्त निर्णय लेने पर हमें मजबूर न करें’ कॉलेजियम मामले में केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट का कड़ा रुख

‘अहमदिया महिलाओं पर हमले करो, उनके बच्चे मत पैदा होने दो’, यह सोच डराए हुए है पाकिस्तान के अहमदियाओं को

‘अहमदिया महिलाओं पर हमले करो, उनके बच्चे मत पैदा होने दो’, यह सोच डराए हुए है पाकिस्तान के अहमदियाओं को

समाज सुधार तथा समरसता के संवाहक संत रैदास

समाज सुधार तथा समरसता के संवाहक संत रैदास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • लव जिहाद
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies