जेएनयू में सीसीटीवी के विरोध में वामपंथी दल, एबीवीपी का बड़ा आरोप
May 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

जेएनयू में सीसीटीवी के विरोध में वामपंथी दल, एबीवीपी का बड़ा आरोप

CCTV in JNU : देशविरोधी नारे हों या फिर जातिसूचक नारे, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में वामपंथी दलों पर हमेशा कोई न कोई आरोप लगता रहा है

by WEB DESK
Dec 4, 2022, 08:21 pm IST
in भारत, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देश विरोधी नारे हों या फिर समाज में जातिसूचक नारे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के अंदर वामपंथी दलों पर हमेशा आरोप लगता रहा है। हाल ही में जेएनयू (JNU) की कई दीवारों पर जातिसूचक नारे लिखे जाने की घटना पूरे देश में सुर्खियों में आई है। जेएनयू कैंपस के अंदर हुई समाज को तोड़ने की साजिश के बाद जेएनयू प्रशासन ने अपने सभी केंद्रों को एडवायजरी जारी कर इमारतों में सीसीटीवी कैमरे लगाने को कहा है। एबीवीपी (ABVP) का आरोप है कि सीसीटीवी कैमरे (CCTV) के विरोध में जेएनयूएसयू और उनके समर्थक वामपंथी दल आ गए हैं। जेएनयूएसयू और वामपंथी दलों ने एक बार फिर से जेएनयू में सीसीटीवी कैमरे का विरोध शुरू कर दिया है।

30 नवंबर को जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेज लिट्रेचर कल्चरल स्ट्डीज और स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर जो आपत्तिजनक टिप्पणी लिखी गई थी। एबीवीपी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि ये पहली बार नहीं है, जब जेएनयू में इस तरीके की घटना हो रही है। जेएनयू की दीवारों पर कई बार जातिसूचक शब्द लिखे जा चुके हैं। वहीं मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने जेएनयू के सभी पब्लिक प्लेसेज पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का आदेश दिया। जिसके बाद जेएनयू प्रशासन ने लॉकडाउन और कोरोना के बीच में 2020 और 2021 के शुरुआत में लागू करने की कोशिश की, जिसके बाद ये वामपंथी दल सीसीटीवी इंस्टालेशन के विरोध में आ गए और आखिरकार जेएनयू प्रशासन को इन वामपंथियों के सामने झुकना पड़ा, और जेएनयू के हॉस्टलों में सीसीटीवी लगाने के योजना को स्थाई रूप से स्थगित कराना पड़ा।

जेएनयू में सीसीटीवी कैमरा क्यों है जरूरी ?
जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय, जो अपने रिसर्च, डिबेट और डिसेंट के कल्चर को लेकर जाना जाता है, वहां पर छात्राएं असुरक्षित हैं। छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा को दरकिनार नहीं किया जा सकता, पब्लिक प्रॉपर्टी को कोई हानि न हों, इस बात को ध्यान में रखना सीसीटीवी कैमरे की आवश्यकता बढ़ जाती है। कोई आसामाजिक तत्व कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था को खराब न कर सके, इसलिए भी सीसीटीवी जरूरी है। वहीं सीसीटीवी वर्तमान में कैंपस के छात्रों को बाहर के लोगों से अलग बताने में मददगार साबित होगा। आगे अगर कोई बड़ी घटना हो, तो दोषियों को पहचान करने में भी सीसीटीवी मददगार है। सीसीटीवी कैमरे की मदद से टुकड़े टुकड़े गैंग और एंटी इंडिया एलिमेंट्स की निरंकुशता को लगाम लगाने में मदद मिलेगी।

एबीवीपी के अध्यक्ष रोहित कुमार ने क्या कहा ?

इस मामले में एबीवीपी के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में सीसीटीवी कैमरे का लगना अति आवश्यक है। अगर यह वामपंथी इस देश को तोड़ने वाली गतिविधि में सम्मिलित नहीं है, तो फिर इन्हें किस बात का डर है। डर तो उन्हें होता है जो कुछ गलत काम करते हैं, अगर ये समाज और देश तोड़ने वाले गिरोह खुद बार-बार मीडिया में आकर कहते हैं कि हमने इस तरह के किसी भी घटना को अंजाम नहीं दिया है तो फिर ये लोग सीसीटीवी कैमरे का विरोध क्यों कर रहे हैं? जेएनयू के सभी पब्लिक प्लेस पर सीसीटीवी कैमरे का लगना अति आवश्यक है।

आखिर क्यों बार-बार जेएनयू में सीसीटीवी कैमरा का विरोध होता है?

इकाई मंत्री उमेश चंद्र अजमीरा ने कहा कि राइट टू प्राइवेसी अपनी जगह है लेकिन पब्लिक प्लेस पर सिक्योरिटी अपनी जगह है। अगर जेएनयू में पब्लिक प्लेस पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगेंगे तो आने वाले समय में इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी और हमारे पास कभी भी कोई ठोस सबूत नहीं रहेगा कि इस तरह के समाज को तोड़ने वाली घटनाओं को कौन सा कौन से लोग अंजाम दे रहे हैं। अगर ये टुकड़े-टुकड़े गिरोह इस तरह की घटनाओं को अंजाम नहीं दे रहे तो फिर इन्हें किस बात का डर लग रहा है? यह क्यों बार-बार जेएनयू जैसी प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में सीसीटीवी कैमरा का विरोध करते आ रहे हैं? उन्होंने कहा कि हम जेएनयू प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि वह जल्द से जल्द जेएनयू के सभी पब्लिक प्लेसेस पर सीसीटीवी कैमरे को इंस्टॉल करें और कैंपस में शांति का माहौल स्थापित करें।

Topics: Left parties once again opposing CCTV in JNUजेएनयू कैंपस में सीसीटीवी कैमरे का विरोधजवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालयAnti Brahmin slogans plastered on JNU wallsVC ordered to install CCTVissued advisoryBig allegation of ABVP Left parties
Share6TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कार्यक्रम के मंच पर विराजमान संत और अतिथि

‘केशव काव्य कलरव’ संपन्न

बंगाल में डेमोग्राफी में परिवर्तन हो रहा जिसके पीछे ममता सरकार का है हाथ : सुवेंदु अधिकारी

­दिल्ली में हर्षमंदर के एनजीओ ‘उम्मीद अमन घर’ पर सीबीआई का छापा। प्रकोष्ठ में हर्षमंदर

#हर्षमंदर: कांग्रेस की शह, एनजीओ का फरेब

प्यूरिटन आंदोलन- अमेरिकी विश्वविद्यालय और उनका भारत विरोधी दृष्टिकोण पुस्तक का जेएनयू में हुआ विमोचन  

ABVP ने JNU के वामपंथी गुटों की तानाशाही को किया बेनकाब

सुर्खियों में है फिल्म ’72 हूरें’, स्पेशल स्क्रीनिंग आज, आतंकवाद की सच्ची घटनाओं पर बनी है फिल्म

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तानी Air Force की कमांडो, लश्कर की आतंकी : NIA ने किया PAK ARMY और आतंकी गठजोड़ का खुलासा

Neeraj Chopra Olympics

कपिल देव और धोनी के बाद नीरज को मिली सेना में बड़ी उपलब्धि, भाले के साथ संभालेंगे बड़ी जिम्मेदारी

टुकड़ों में पति की हत्या : सिर नदी में, धड़ कुएं में, पैर 38KM दूर… 19 साल छोटे प्रेमी संग पत्नी ने रची खौफनाक साजिश

लखनऊ : सपा विधायक सहित चार को 3 महीने की जेल, 1300 का जुर्माना भी लगा

बूंद-बूंद को मोहताज पाकिस्तान गिड़गिड़ाया, कहा- सिंधु जल संधि पर विचार करे भारत, हमारी फसलें हो रहीं बर्बाद

भारत के स्वदेशी हथियार

ऑपरेशन सिंदूर में गरजा स्वदेशी पराक्रम, दुनिया ने देखा आत्मनिर्भर भारत का दम!

दिल्ली आबकारी घोटाला : AAP नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह कोर्ट में पेश हुए

तुर्किये को एक और झटका : JNU ने तुर्की यूनिवर्सिटी के साथ MOU किया निलंबित

मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ लेते जस्टिस बीआर गवई

देश के 52वें चीफ जस्टिस बने भूषण रामकृष्ण गवई, राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ

‘जहां कभी था लाल आतंक, वहां लहरा रहा तिरंगा’ : 21 दिनों में 31 कुख्यात नक्सली ढेर, अमित शाह ने दी जवानों को बधाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies