भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा को लेकर दिए गए बयान पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल बाबा का ज्ञान ‘बाबा-बाबा ब्लैक शिप’ तक ही सीमित है। राहुल ने गीता के पन्ने कभी पलटे नहीं होंगे और रामायण कभी पढ़ी नहीं होगी, तो वो कैसे जानेंगे कि राम के नाम की शुरुआत ‘श्री’ से ही होती है।
दरअसल, राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शुक्रवार शाम को आगरमालवा में एक सभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा पर देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि संघ और भाजपा के लोग भगवान राम के जीने के तरीके को नहीं अपनाते। वे सियाराम और सीताराम कर ही नहीं सकते, क्योंकि उनके संगठन में एक महिला नहीं है। ये लोग एक तरफ तो खुद को देशभक्त और राष्ट्रवादी बताते हैं और दूसरी तरफ नफरत फैलाते हैं। वह भाई को भाई से लड़वाते हैं। धर्म को धर्म से लड़वाते हैं। उन्होंने अपने संबोधन में ‘जय श्रीराम’, ‘जय सियाराम’ और ‘हे राम’ के नारों की अपने अंदाज में व्याख्या की थी। उन्होंने यात्रा में मिले एक पंडित जी से संवाद के हवाले से तीनों नारों को समझाते हुए भाजपा और संघ पर निशाना साधा था।
राहुल के इस बयान पर डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने शनिवार को प्रेस वार्ता में कहा, मुझे लगता है राहुल बाबा का ज्ञान ‘बाबा-बाबा ब्लैक शिप’ तक ही सीमित है। राम की शुरुआत श्री से ही होती है और श्री जो है विष्णु भगवान की पत्नी लक्ष्मी और सीता जी के लिए प्रयोग होता है। जरा इतिहास खोलकर तो देखें, हालांकि वो (राहुल) रामायण पढ़ेंगे नहीं। गीता के पन्ने शायद पलटे नहीं होंगे। तो इंटरनेट पर देख लें, उसमें श्री का उल्लेख है। श्रीराम और कृष्ण विष्णु जी के अवतार हैं। “श्री” लक्ष्मी जी के नाम के आगे लगता है और इन नामों के आगे श्री इसीलिए लगाया जाता है। मुझे लगता है कि आपने कल जो बात बोली थी, वह उन्हीं पंडित जी ने आपको बताई होगी, जिन्होंने मंदिर का केक बनाकर कमलनाथ जी से कटवाया था।
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