ज्ञानवापी मामले में आदिविश्वेश्वर प्रति (बनाम ) अंजुमन इंतजामिया केस में सिविल जज सीनियर डिवीजन महेंद्र प्रताप पाण्डेय के कोर्ट में सुनवाई हुई। अगली तारीख 2 दिसंबर को पड़ी है। इस प्रकरण में अंजुमन इंतजामिया ने कोई भी प्रतिवाद अभी तक दाखिल नही किया है। दो दिसंबर को अंजुमन इंतजामिया को प्रतिवाद दाखिल करने का आखिरी मौका दिया गया है।
हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता मदन मोहन ने बताया कि वाद में हमारी मांग है कि- पूरे परिसर को मंदिर परिसर घोषित किया जाए। वजूखाने में प्रकट शिवलिंग के श्रृंगार, राग भोग, आरती, पूजन दर्शन की अनुमति दी जाए। पूरा परिसर आदिविश्वेश्वर श्री काशी विश्वनाथ जी की सम्पदा है।
इस मामले में जिलाधकारी वाराणसी, कमिश्नर वाराणसी, उत्तर प्रदेश सरकार, श्री काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को भी पार्टी बनाया गया है। अंजमुन इंतजामिया जुलाई महीने में कोर्ट में पेश हो चुका है। लेकिन उनकी ओर से कोई भी प्रतिवाद अभी तक दाखिल नही किया गया। मस्जिद पक्ष के द्वारा मुकदमे को लटकाओ – भटकाओ अटकाओ की नीति शुरू से रही है।
अधिवक्ता मदन मोहन ने बताया कि मस्जिद पक्ष प्रतिवाद दाखिल नही करता तो कोर्ट हिन्दू पक्ष को साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहेगा। उसके बाद कोर्ट अपना आदेश पारित करेगी। मस्जिद पूरी तरह से अवैध है। परिसर को हिन्दुओं को सौंपा जाए।
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