उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में राज्य सचिवालय के पास एक घर में ईसाई प्रार्थना सभा में मतांतरण कराए जाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि वहां हिंदू धर्म के वंचित लोगों का कन्वर्जन कराया जा रहा था। सूचना मिलने ही मौके पर पहुंची पुलिस ने एक पंथ प्रचारक को हिरासत में ले लिया।
जानकारी के मुताबिक ईस्ट कैनल रोड पर रवि मसीह नामक युवक के घर पर एक प्रार्थना सभा चल रही थी, जिसमें वंचित और गरीब हिंदुओं को मतांतरण के लिए प्रेरित दिया जा रहा था। इसके एवज में उन्हें जमीन देने का प्रलोभन दिया जा रहा था। सभा में मौजूद पंथ प्रचारकों द्वारा हिंदू धर्म के देवी-देवताओं की आलोचना भी की जा रही थी। इसी बीच किसी ने इस सभा के बारे में हिंदू संगठनों और पुलिस को खबर कर दी।
पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही हिंदू संगठनों के लोगों ने वहां पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने आयोजकों से पूछताछ की। वहां मौजूद वंचित समाज के लोगों ने वहां पहुंचे पुलिस को घटना क्रम की जानकारी दी। पुलिस ने छत्रपाल सिंह की तहरीर पर मामला दर्ज किया है। पुलिस प्रभारी निरीक्षक एनके भट्ट ने बताया एक पंथ प्रचारक को गिरफ्तार किया गया है। तहरीर के बाद अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
वीएचपी के विक्रम राणा ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि ईसाई मिशनरियों का दुस्साहस इतना बढ़ गया है कि सरकार ने दो दिन पहले कन्वर्जन विरोधी बिल पेश किया है, इसके बावजूद इनकी मतांतरण की हरकते थम नहीं रही हैं।
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