आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने उदयपुर रेलवे ब्रिज पर ब्लास्ट करने के मामले में आरोपित अंकुश सुहालका एवं बिहारीलाल सुहालका को शनिवार ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश उदयपुर के समक्ष पेश कर 4 दिन का पुलिस रिमांड मिला है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) अशोक राठौड़ ने बताया कि जांच में दौरान आरोपित अंकुश सुहालका की सूचना के आधार पर उसके अंबामाता घाटी तीतरडी उदयपुर स्थित मकान से आरोपी धूलचंद मीणा को विस्फोटक देने के स्थान की तस्दीक़ की गई और इसके बाद अंकुश सुहालका के पिता बिहारीलाल की निषानदेही के आधार पर मकान के आलों में छिपा कर रखे गए 64 डेटोनेटर, 17 कार्ट्रिज (गुल्ले/छड़ें), 22 बण्डल फ़्यूज़ वायर (प्रत्येक में लगभग 7 मीटर वायर) और 1 बण्डल कोर्टेक्स वायर (लगभग 100 मीटर) विस्फोटक ज़ब्त किया गया है। इसके अलावा प्रथम दृष्टया घटनास्थल पर मिले विस्फोटकों के अवशेषों के समान ही पाया गया है। मौक़े से ज़ब्त किए गए सामान के सैम्पल एफएसएल भिजवाए गए है जिसका परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त की जाएगी।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपित बिहारीलाल के द्वारा लम्बे समय से अवैध विस्फोटकों का विक्रय स्थानीय व्यक्तियों को किए जाना सामने आया है। इसी सूचना के आधार पर मुख्य आरोपित धूलचंद भी बिहारीलाल सुहालका के पुत्र अंकुश सुहालका से विस्फोट में काम में लिए गए डेटोनेटर, गुल्ले और फंसे वायर लेकर गया था।
गौरतलब है कि 12 नवंबर की रात 11 बजे उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे लाइन के ब्रिज पर अज्ञात लोगों ने ब्लास्ट कर दिया गया था। इससे पटरियों पर क्रैक आ गया और मौके पर बारूद भी मिला था। जिसके बाद एसीएस ने कार्रवाई करते हुए उदयपुर के जावर माइंस के एकलिंगपुरा के रहने वाले मुख्य आरोपित धूलचंद मीणा (32), प्रकाश मीणा (18) और एक 17 साल के लड़के को पकड़ा था। इसके अलावा विस्फोटक बेचने वाले अंकुश सुहालका को भी हिरासत में लिया गया है।
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