राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र का क्षेत्र समन्वय वर्ग शुक्रवार से केशव विद्यापीठ जामडोली में शुरू हुआ। वर्ग का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार, अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख स्वान्त रंजन और राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्र संघचालक डॉ. रमेश अग्रवाल ने किया।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए स्वान्त रंजन ने कहा कि हम साथ साथ रहते हैं, इसलिए हमारी भूमिका सहयोगी की होनी चाहिए। परस्पर स्नेह और आत्मीयता होती है तो कार्यकर्ता जुड़ते चले जाते हैं। तथागत बुद्ध के पंचशील सिद्धान्त का आचरण हमें करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें उन्हीं शब्दों का प्रयोग करना चाहिए, जिससे सौहार्द बढ़े। शब्दों का चयन संयमित होगा तो हमारी भाषा भी संयमित होगी।
समन्वय वर्ग में सभी संगठन अपने अनुभवों का आदान-प्रदान करते हैं जिससे सभी लाभान्वित होते हैं। उन्होंने कहा कि सादगी व स्वदेशी का भाव अपने-अपने संगठन में हर स्तर पर दिखे इसके प्रयास होने चाहिए। उन्होंने कहा भले ही कुछ लोग अपने आपको संघ विरोधी मानते होंगे लेकिन संघ किसी को अपना विरोधी नहीं मानता।
क्षेत्र संघचालक डॉ. रमेश अग्रवाल ने बताया कि संघ के तीन दिन चलने वाले इस समन्वय वर्ग में विविध क्षेत्रों में काम करने वाले 35 संगठनों के लगभग 350 प्रमुख कार्यकर्ता व मातृशक्ति भाग ले रहे हैं। वर्ग में विभिन्न सत्रों में कार्यकर्ता निर्माण, समसामयिक, सामाजिक और वैचारिक विषयों पर चर्चा होगी।
समन्वय वर्ग में संघ की क्षेत्र और तीनों प्रांत की कार्यकारिणियों के कार्यकर्ता उपस्थित हैं।
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