मध्य प्रदेश में इस्लामिक कन्वर्जन के साथ ही ईसाई मतांतरण की कई सारी घटनाएँ एक के बाद एक लगातार सामने आ रही हैं। ताजा मामला दमोह जिले का है, जहाँ राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कई सारे क्रिश्चियन चाइल्ड केयर सेंटरों पर एक्शन लिया है। कानूनगो ने अपनी टीम के साथ जिले में ईसाई मिशनरियों द्वारा चलाए जा रहे बाल भवन, यीशु भवन, भिड़ावारी चाइल्ड सेंटर के साथ ही बेथलहम बाइबल ट्रस्ट का दौरा किया।
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कानूनगो के दौरे के बाद इन चाइल्ड सेंटरों में हड़कंप मच गया। कई तो अपने बाल गृहों में ताला लगाकर गायब हो गए। भिड़ावारी में जब एनसीपीसीआर की टीम ने जाँच शुरू की तो चौकाने वाले आँकड़े दिखे। यहाँ के चाइल्ड होम में 91 बच्चों का नाम रिकॉर्ड में दर्ज है, लेकिन मौके पर 46 बच्चे मिले, बाकी के गायब थे। इस मामले में जब पूछताछ की गई तो चाइल्ड होम का प्रबंधन की मामले की उचित जानकारी नहीं दे सका। कानूनगो को आशंका है कि बालगृह से गायब हुए 45 बच्चों का कन्वर्जन न किया गया हो। यहीं नहीं बच्चों को ईसाई बनाने के तथ्य भी एनसीपीसीआर को मिले हैं।
मध्यप्रदेश के दमोह में कार्यरत Mid India Christian Mission का कहना है कि भारत में मूर्ति पूजा,गौ पूजा,परिवार द्वारा तय विवाह जैसी अजीब प्रथाएँ हैं।
इनके उन्मूलन हेतु वे बच्चों के बीच कार्यरत हैं।
इनसे जुड़े बालगृहों में धर्मांतरण व अन्य अवैधानिक गतिविधि मिलने पर FIR करवाई गयी है। pic.twitter.com/QBgTG5wENK— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) November 15, 2022
यहीं नहीं बेथलहम बाइबिल ट्रस्ट में निरीक्षण के दौरान 17 साल के हिंदू नाबालिग युवक का ईसाई मतांतरण कराए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में कानूनगो द्वारा दर्ज कराए गए एफआईआर के मुताबिक, डिंडोरी जिले के रहने वाले हिंदू युवक का ईसाई मतांतरण कराने के बाद अब उसे पादरी बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है। मामले एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। वहीं इन सभी संस्थाओं के संचालक गायब हो गए हैं। सभी के फोन बंद हैं।
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जिले में संचालित हो रहे चाइल्ड केयर सेंटरों में धर्मान्तरण के खेल के मामले में प्रियंक कानूनगो ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। उन्होंने मामले में जिले की बाल कल्याण समिति, महिला एवं बाल विकास और अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए इन सभी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखा है।
एक हफ्ते में दूसरी कार्रवाई
गौरतलब है कि एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने मतांतरण मामले में एक सप्ताह के अंदर ये दूसरी कार्रवाई की है। इससे पहले भोपाल से सटे रायसेन जिले में तीन दिन पहले ही एनसीपीसीआर अध्यक्ष ने कार्रवाई की थी। वहाँ पर तीन हिंदू बच्चों का इस्लामिक कन्वर्जन करा दिया गया था। प्रियंक कानूनगो ने तीनों पीड़ित बच्चों से भी मुलाकात कर उनसे बात की। इनमें शिवानी और रानी दो बच्चियाँ थीं और एक लड़का शिवा था, जिसका चाइल्ड केयर संचालक ने इस्लामिक कन्वर्जन करा दिया था।
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