उदयपुर-अहमदाबाद नए ब्रॉडगेज रेलमार्ग पर यात्री गाड़ी के संचालन के 13वें ही दिन उदयपुर से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ओड़ा रेल पुल पर शनिवार शाम विस्फोट हुआ। इसकी जानकारी रविवार सुबह मिली है। मौके पर एटीएस, ईआरटी की टीमें भी तैनात कर दी गई हैं। इस घटना को लेकर कई तरह की आशंकाएं जताई जा रही हैं।
अगले माह उदयपुर में होने जा रहे जी-20 देशों के सम्मेलन से पहले ऐसी वारदात ने सभी सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। इसे आतंकी या नक्सली साजिश के रूप में भी देखा जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि हर एंगल को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। इस घटना के बाद रविवार शाम को उदयपुर से अहमदाबाद जाने वाली गाड़ी को उदयपुर से डूंगरपुर के बीच निरस्त किया गया है। यह गाड़ी डूंगरपुर से चलेगी और डूंगरपुर से अपने चलने वाले उसी निर्धारित समय से चलेगी। इससे पहले, रविवार सुबह अहमदाबाद से उदयपुर आ रही रेलगाड़ी को डूंगरपुर में रोककर यात्रियों को निजी वाहनों से सड़क मार्ग द्वारा उदयपुर लाया गया।
क्षेत्र के सरपंच दिनेश कुमार मीणा ने बताया कि विस्फोट शनिवार शाम को उदयपुर-अहमदाबाद यात्री गाड़ी के यहां से गुजरने के कुछ ही देर बाद हुआ। क्षेत्रवासी इसे एक्सीडेंट या टायर फटना ही समझते रहे। रविवार रेलवे पुल पर पहुंचे लोगों को वहां पटरी के समानांतर लगने वाली लोहे की पत्ती टूटी हुई थी और ट्रैक के बीच में स्लीपर्स पर लगाया जाने वाला लोहे का पत्तड़ भी उखड़ कर मुड़ चुका था। कई नट-बोल्ट टूटकर उखड़ चुके थे और उछलकर दूर-दूर गिरे हुए थे। जैसे-तैसे लाल कपड़ा ढूंढकर ट्रैक लगाया और तुरंत जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा को सूचना दी। कुछ समय बाद जिला कलेक्टर मीणा व एसपी विकास शर्मा भी मौके पर पहुंच गए। दोपहर तक संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पूरी जानकारी ली।
शुरुआत में मामला छोटा लग रहा था, लेकिन मौके से विस्फोटक ‘सुपर पावर – 90’ इमल्शन एक्सप्लोसिव के अवशेष मिलने के बाद मामला गंभीर हो गया। यह एक्सप्लोसिव बाबरमाल क्षेत्र की खदानों में उपयोग में लिया जाता है। उदयपुर से एफएसएल टीम मौके पर पहुंची और उसने साक्ष्य एकत्र किए।
क्षेत्रीय रेलवे अधिकारी (एआरओ) बद्रीप्रसाद स्वामी ने बताया कि यह आपराधिक मामला है। स्थानीय प्रशासन अपनी कार्यवाही पूरी करेगा। उसके बाद रेलवे की टीम पुल की जांच करेगी और क्षतिग्रस्त ट्रैक की मरम्मत करेगी। रिपोर्ट के बाद ही यह बताया जा सकेगा कि सोमवार को इस ट्रैक पर गाड़ी चल सकेगी या नहीं।
संभागीय आयुक्त भट्ट ने इस मार्ग के सभी पुलों की तुरंत प्रभाव से गहन जांच और सुरक्षा पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं। इधर, रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय आदि संबंधित कार्यालयों ने इसकी पुख्ता रिपोर्ट स्थानीय प्रशासन से तलब की है। इस मामले को आतंकी, नक्सली सहित स्थानीय स्तर की साजिश के रूप में भी देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि उदयपुर-अहमदाबाद नए ब्रॉडगेज ट्रैक पर यात्री गाड़ी का उद्घाटन हाल ही 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने असारवा (अहमदाबाद) से हरी झण्डी दिखाकर किया था।
रेलगाड़ियां आंशिक निरस्त
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार इस घटना के कारण उदयपुर से शाम को असारवा जाने वाली गाड़ी संख्या 19703 को उदयपुर सिटी से डूंगरपुर तक निरस्त कर दिया है। सोमवार को गाड़ियों का संचालन क्या रहेगा, इसकी जानकारी रेलवे पुल की सम्पूर्ण जांच रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगी।
डीजीपी ने दिए त्वरित अनुसंधान कर कार्रवाई के निर्देश
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधिकारियों से घटना की विस्तृत जानकारी ली और मामले में त्वरित अनुसंधान कर कार्रवाई के निर्देश दिए। मिश्रा ने बताया कि मामले में रेलवे अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। केंद्रीय एजेंसियों से भी सहयोग लिया जा रहा है। उदयपुर एसपी विकास शर्मा रात तक मौके पर ही डटे थे।
रेलमंत्री ने दी विध्वंसक गतिविधियों में लिप्त अपराधियों को सख्त चेतावनी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उदयपुर के ओड़ा पुल पर हुए विस्फोट के मामले में बयान जारी किया है कि राजस्थान की एटीएस, केन्द्र की एनआईए, रेलवे की आरपीएफ की टीमें जांच में जुट गई हैं। रेलमंत्री ने विध्वंसकारी गतिविधियों में लिप्त ताकतों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि जो लोग बड़े रेल हादसे को अंजाम देने की साजिश कर रहे थे, उन्हें सख्त सजा दी जाएगी। रेलमंत्री ने बताया कि रेलवे की टीमें वहां पहुंच गई हैं और हुए नुकसान की मरम्मत की जा रही है। जल्द ही रेल यातायात सुचारू कर दिया जाएगा। रेलमंत्री ने यह भी कहा कि उदयपुर में पिछले कुछ समय में हुई घटनाओं के मद्देनजर इस घटना को हलके में नहीं लिया जा सकता।
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