उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में मदरसों का सर्वे कर लिया गया है। कुल 8,496 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं। अभी तक 60 जनपदों से सर्वे की रिपोर्ट शासन को प्राप्त हो गई है। इसके अतिरिक्त 15 जनपदों की रिपोर्ट अगले एक सप्ताह में मिलने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश शासन के आदेश पर राज्य में मदरसों के सर्वे का कार्य किया जा रहा था।
उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि सभी 75 जिलों से सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के आकड़ें भी सामने आ चुके हैं। अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा है कि हमारा लक्ष्य है कि अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों का चहुंमुखी विकास हो। इसी को ध्यान में रख कर योजनाओं को लागू किया जा रहा है।
सर्वे के माध्यम से मदरसों में छात्र-छात्राओं की स्थिति के बारे में सर्वे किया गया। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अपेक्षा के अनुसार मदरसों में बुनियादी सुविधा उपलब्ध है अथवा नहीं, इसके बारे में भी सर्वे किया गया। प्रदेश के सभी गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में पाठ्यक्रम को भी खंगाला गया।
मदरसा का संचालन करने वाले का नाम, मदरसा निजी भवन में चल रहा है या किराए के भवन में संचालित किया जा रहा है, मदरसे में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की संख्या कितनी है, पेयजल, कुर्सी – मेज, विद्युत आपूर्ति तथा शौचालय की व्यवस्था का भी सर्वे किया गया। मदरसे में शिक्षकों की संख्या और किस स्रोत से मदरसे में आय हो रही है। इस बिंदु पर भी सर्वे किया गया।
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