उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जनपद में हिंदू युवती का मतांतरण कर जबरन निकाह का मामला सामने आया है। आरोपित का नाम कफील अहमद है जिस पर है, जिसपर मारपीट, बलात्कार और अप्राकृतिक संबंध बनाने का आरोप लगाया गया है। पीड़िता द्वारा दी गई शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि कफील की ब्लैकमेलिंग की वजह से ही पीड़िता की भाभी पहले ही सुसाइड कर चुकी है।
क्या है पूरा मामला
इस मामले में पीड़िता ने पाञ्चजन्य से बात करते हुए बताया कि उसके घर पर कफील अहमद एक रिश्तेदार के दोस्त के तौर पर आया करता था। पीड़िता का आरोप है कि उसने सबसे पहले अश्लील वीडियो बना कर उसे ब्लैकमेल करने की शुरुआत की।
इसी अश्लील वीडियो को हथियार बना कर कफील ने उसे 31 अगस्त, 2020 को लखनऊ ले गया। जहां 5 सितम्बर, 2022 को पीड़िता से जबरन कबूल करवाया और उसे एक नया इस्लामी नाम दे दिया। युवती के मतांतरण के बाद आरोपित कफील ने उससे जबरन निकाह कर लिया और जोर-जबरदस्ती के साथ कई बार दुष्कर्म किया।
कफील की करतूत में अम्मी और उसके भाई ने भी दिया साथ
यही नहीं आरोपित ने पीड़िता के साथ कई बार अप्राकृतिक संबंध बनाने की कोशिश की। जब पीड़िता इन सबका विरोध करती थी तो उसे बेरहमी से मारपीटा जाता था। पीड़िता ने बताया कि इन सब में आरोपित की अम्मी जाहिदा बेगम और भाई फरीद अहमद ने भी आरोपित का साथ दिया।
कफील की वजह से भाभी ने की आत्महत्या
पीड़िता ने एक और बड़ा आरोप लगाते हुए कफील को अपनी भाभी की आत्महत्या का जिम्मेदार बताया है। पीड़िता ने कहा- कफील ने उसे ब्लैकमेल कर के उसकी भाभी का नहाते हुए अश्लील वीडियो बनवा लिया था। जिसे वायरल करने की धमकी देकर वह पीड़िता की भाभी से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालने लगा। जिससे तंग आकर पीड़िता की भाभी ने 5 नवम्बर, 2021 छत से कूद कर आत्महत्या कर ली थी।
पाञ्चजन्य ने उठाया मुद्दा तो हुई कार्रवाई
इस मामले में बीते शनिवार (5 नवम्बर, 2022) को एफआईआर दर्ज की गई। इसमें पुलिस ने मुख्य आरोपित कफील अहमद, उसकी अम्मी जाहिदा और उसके भाई फरीद के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने चौथे आरोपित के तौर पर डिम्पल सक्सेना को भी कफील के सहयोगी के तौर पर नामजद किया है।
फिलहाल पाञ्चजन्य द्वारा खबर को उठाने पर पुलिस ने मुख्य आरोपित कफील अहमद को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। वहीं इस मामले में नामजद अन्य अभी भी फरार चल रहे है। घटना सदर बाजार थाना क्षेत्र की है।
प्रकरण मे अभियुक्त की गिरफ्तारी कर जेल भेजा गया है ।
— SHAHJAHANPUR POLICE (@shahjahanpurpol) November 8, 2022
मामला दर्ज होने के बाद से मिल रही है धमकियां
पीड़िता ने पाञ्चजन्य से बात करते हुए बताया कि जबसे मैंने पुलिस में मामला दर्ज कराया है मुझे लगातार धमकियाँ मिल रही है। मुझ पर दवाब बनाया जा रहा है। पीड़िता ने आशंका जताई की जब तक सभी आरोपियों को सजा नहीं होती या उन्हें जेल नहीं भेजा जाता तब तक उसे और उसके परिवार को जानमाल का खतरा बना रहेगा।
पूर्व चेयरमैन से है आरोपित के करीबी संबंध
पीड़िता ने बताया कि आरोपित कफील का एक एक नामी नेता और पूर्व चेयरमैन से करीबी संबंध है जो उसे अपने प्रभाव और दबाव के साथ पैसे की दम पर बचाता आ रहा है। पाञ्चजन्य से बात करते हुए पीड़िता रो पड़ी और कहा कि इस घटना से न सिर्फ उसको शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना मिली है बल्कि उनके पूरे परिवार की इज्जत भी चली गई है।
पहले भी हो चुका है मामला दर्ज
पीड़िता के अनुसार १ वर्ष पूर्व उसने आरोपित पर मामला दर्ज कराया था। तब पुलिस ने पीड़िता का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज करवाया था। लेकिन उस समय वह आरोपितों के दवाब में आकर अपने बयानों से मुकर गई और इसका फायदा आरोपित कफील को मिला था।
पाञ्चजन्य ने कोर्ट में मुकरने का कारण पूछ तो पीड़िता ने बताया कि मामला अप्रैल 2021 है और तब पुलिस के ही एक सब-इंस्पेक्टर जिसका नाम ललित था जो कि मेरे जांच अधिकारी थे उन्होंने मुझे काफी डराया ओर धमकाया और कहा कि समझौता कर लो तो बेहतर होगा। अगर बात नहीं मानी तो शायद तुम्हारे भाई को फर्जी केस में फँसा दिया जाएगा। लेकिन इस बार मैं पूरी हिम्मत कर के कफील और उसके पूरे परिवार को सज़ा दिलाना चाहती हूँ।
आरोपित का अब्बू है नाबालिग बच्चे से कुकर्म का आरोपी
जब हमने मुख्य आरोपित कफील के बारे में अधिक जानकारी जुटी तो पता चला कि कफील के अब्बा कबीर एक नाबालिग बच्चे से कुकर्म का आरोपित है। जिसकी एफआईआर कॉपी भी हमारे हाथ लग गई. एफआईआर के अनुसार कबीर पर 10 अप्रैल, 2021 को शाहजहाँपुर जिले में अपने एक साथी के साथ 8 साल के बच्चे के साथ जबरन अप्राकृतिक कुकर्म का आरोप लगा था। तब पीड़ित परिवार ने शिकायत में बताया था कि जिस लड़के के साथ कुकर्म हुआ था, उसके मलद्वार से खून निकल आया था।
इस मामले में सदर बाजर पुलिस ने कबीर अहमद व एक अन्य पर IPC की धारा 377 और पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की थी, जिसमें आरोपित को जेल भी जाना पड़ा था। फ़िलहाल कबीर अहमद उस केस में जमानत पर चल रहा है।
आरोपित के भाई फरीद पर है हिन्दू लड़की के अपहरण का आरोप
पीड़िता ने आरोपित के भाई के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि साल 2010 में कफील के भाई फरीद पर भी एक नाबालिग हिन्दू लड़की के अपहरण का आरोप है। पीड़िता ने हमें बताया कि 2010 के उस केस में भी कफील और उनकी अम्मी नामजद थीं और उन सभी को पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा था। पीड़िता ने कहा कि आरोपित का परिवार हिन्दू लड़कियों को टारगेट करने का आदी है। उन्होंने कई हिंदू लड़कियों की जिंदगी बर्बाद की है।
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