दूसरी पारी बाइडेन के लिए भारी, महंगाई और गर्भपात दिखा रहे 'एक्जिट'
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

दूसरी पारी बाइडेन के लिए भारी, महंगाई और गर्भपात दिखा रहे ‘एक्जिट’

अमेरिका की जनता इन मुद्दों के आलोक में बाइडेन के कार्यकाल से प्रसन्न नहीं दिख रही है, वह नहीं चाहती है कि अगली बार भी उन्हें राष्ट्रपति के रूप में बाइडेन ही मिलें

by WEB DESK
Nov 9, 2022, 05:50 pm IST
in विश्व
राष्ट्रपति जो बाइडेन

राष्ट्रपति जो बाइडेन

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पूरी संभावना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन दूसरी बार राष्ट्रपति की कुर्सी पर नहीं बैठ पाएंगे। न तो अधिकांश जनता चाहती है कि बाइडेन दुबारा गद्दी पर बैठें, न ही एक्जिट पोल। पोल के नतीजे भी कहते हैं कि बाइडेन दूसरे कार्यकाल के लिए नहीं चुने जाने वाले। एग्जिट पोल के नतीजों पर गौर करें तो कई चौंकाने वाले आंकड़े सामने आते हैं।

सबसे पहले तो, अमेरिकी जनता बाइडेन के कार्यकाल से खुश नहीं है। वह नहीं चाहती कि अगली बार बाइडेन राष्ट्रपति बनें। एग्जिट पोल बताते हैं कि दस में से सात मतदाताओं का कहना है कि अमेरिका में लोकतंत्र खतरे में है। दो और मुद्दे बाइडेन के कार्यकाल में बड़ी जोर—शोर से उठे हैं—महंगाई तथा गर्भपात।

दरअसल कल अमेरिका में मध्यावधि चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ है। शोध बताती है कि अमेरिका के मतदाताओं ने मतदान के वक्त महंगाई और गर्भपात के मुद्दे पर ज्यादा गौर किया है। इतना ही नहीं, देश में बढ़ते अपराध, आप्रवासन की मुश्किलें और पिस्तौल—बंदूक की संस्कृति भी मतदाताओं के निर्णय पर हावी दिखी। ये मुद्दे आम जनता की चिंता की वजहें बनते रहे हैं। एग्जिट पोल से यह बात उभरकर सामने आई कि अमेरिका की जनता इन मुद्दों के आलोक में बाइडेन के कार्यकाल से प्रसन्न नहीं दिख रही है, वह नहीं चाहती है कि अगली बार भी उन्हें राष्ट्रपति के रूप में बाइडेन ही मिलें।

सुप्रसिद्ध शोध संस्था ‘एडिसन रिसर्च’ के अनुसार, आज दस में से छह मतदाता तो गर्भपात को लेकर अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बारे में ‘असंतुष्ट अथवा नाराज’ दिखे हैं। लगभग इतने ही मतदाताओं का कहना है कि गर्भपात कानूनन वैध होना चाहिए। साथ ही, दस में से करीब तीन मतदाताओं का कहना है कि महंगाई तथा गर्भपात को कानूनी जामा पहनाना उनकी सबसे प्राथमिक चिंता के विषय थे। तो दस में से करीब एक मतदाता का कहना है कि अपराध, इमिग्रेशन तथा बंदूक रखने को लेकर कोई नीति उनकी सबसे बड़ी चिंताएं हैं।

ये एग्जिट पोल एडिसन रिसर्च के शोध के आधार पर तैयार किया गया है। हैरान करने वाली एक और बात सामने आई है कि दस में से सात मतदाताओं का कहना है कि अमेरिका में लोकतंत्र खतरे में है। एग्जिट पोल स्पष्ट बता रहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन के विरुद्ध अमेरिका में विरोध की लहर बहुत तेजी से फैल रही है।

उल्लेखनीय है कि अमेरिका में मध्यावधि चुनाव एक बड़ी बात माने जाते हैं, इनका काफी महत्व होता है। कारण, इन्हें जीतने वाला अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की 435 सीटों और अमेरिकी सीनेट की 35 खाली सीटों पर दबदबा रखेगा। मुद्दे कीबात है कि रिपब्लिकन पार्टी ने बढ़ती कीमतों तथा अपराध को लेकर बाइडेन सरकार पर खूब कीचड़ उछाली है। अमेरिकी चुनाव आयोग का कहना है कि लगभग 43 मिलियन अमेरिकी लोगों ने अपने वोट व्यक्तिगत तौर पर या डाक के जरिए डाले हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि सभी सीटों के नतीजे साफ होने में करीब एक सप्ताह या उससे अधिक का वक्त लग सकता है।

Topics: republicandemocrateresultsecondtermBidenamericatrumpmidtermpollsexitpoll
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

खालिस्तानी तत्वों को पोसने वाले एनडीपी अध्यक्ष जगमीत सिंह

खालिस्तानी सोच के जगमीत को पड़ा तमाचा, कनाडा में मार्क कार्नी बढ़े जीत की ओर, लिबरल की बन सकती है सरकार

Representational Image

क्या सीआईए करने जा रही है म्यांमार में बड़ी फौजी हलचल? वाशिंगटन गए हैं बांग्लादेश के इंटेलिजेंस अधिकारी!

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के बीच प्रगाढ़ मित्रता और आपसी समझ है   
(File Photo)

रूस के बाद अब फ्रांस भी भारत के पक्ष में, UNSC में भारत की दावेदारी हुई और मजबूत

राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति जिनपिंग  (File Photo)

टैरिफ नहीं, अब Tibet पर खिंचीं America और China के बीच तलवारें, अमेरिका के अधिकारियों पर बीजिंग ने लगाए वीजा प्रतिबंध!

हिन्दू समाज के प्रतिनिधियों और संगठनों ने इस विधेयक का स्वागत किया है

Hindu phobia के विरुद्ध America के जॉर्जिया राज्य ने उठाया कड़ा कदम, कानून बनाकर ‘इस्लामी एजेंडे’ पर लगाएगा लगाम

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies