उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मिशन हिमाचल पर हैं। उन्होंने 4 दिन में यहां 12 रैली की। विधानसभा चुनाव में महज 3 दिन शेष हैं। भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी ताबड़तोड़ जनसभाएं हो रही हैं। सीएम योगी ने लगातार दूसरे दिन हिमाचल में जनसभा कर पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में वोट की अपील की। मंगलवार को भी तीन विधानसभाओं (पालमपुर, आनी व ठियोग) में उनकी जनसभा हुई। हिमाचल के मतदाताओं में योगी आदित्यनाथ के प्रति जबर्दस्त उत्साह दिखा। लोग घरों की छतों पर भी खड़े होकर उनका संवाद सुनते रहे। योगी आदित्यनाथ ने देवभूमि की जनता का आह्वान करते हुए कांग्रेस को उखाड़ फेंकने की बात की तो पालमपुर के लोगों से खुद को जोड़ा। उन्होंने कहा कि संकट के दौरान भाई-बहन को इटली में नानी की याद आती है। जो सरकार सम्मान व सुरक्षा नहीं दे सकती, उन्हें समर्थन देने की आवश्यकता नहीं है। हिमाचल की जनता ने भी उत्तर प्रदेश में सुशासन व कानून व्यवस्था का राज लाने वाले योगी आदित्यनाथ का अपनी धऱती पर गगनचुंबी नारों व उत्साह से स्वागत किया।
मंगलवार को योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले पालमपुर विधानसभा में रैली की। यहां भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी त्रिलोक कपूर के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पालमपुर में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति ने पहली बार रामजन्मभूमि पर राम मंदिर के शुभारंभ का प्रस्ताव पारित किया था। आपको अवगत कराते हुए हर्ष हो रहा है कि आज अयोध्या में राम मंदिर का 55 फीसदी काम हो चुका है। 2023 के अंत तक 500 वर्षों की प्रतीक्षा को दूर करते हुए श्री रामलला अपने मंदिर में विराजमान होंगे। यह भारत की भावनाओं का मंदिर होगा। यह सब दृढ़निश्चयी, संकल्प के धनी यशस्वी पीएम मोदी के नेतृत्व के कारण हो पाया है। उनके नेतृत्व में भारत वैश्विक मंच पर नई प्रतिष्ठा को प्राप्त कर रहा है। भारत आज पिछलग्गू नहीं, बल्कि दुनिया का नेतृत्व करने वाला राष्ट्र है। भारत के बिना किसी समस्या का समाधान नहीं। जब भी दुनिया पर संकट आता है तो विश्व मानवता भारत की ओर देखती है। भारत की सुरक्षित सीमाएं गौरव की अनुभूति कराती है। हिमाचल के रणबांकुरों ने सीमा की सुरक्षा में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ा।
एक तरफ यहां देवी-देवताओं का मंदिर व भूमि होने के कारण यह देवभूमि है, वहीं दूसरी तरफ यहां के जवानों के फौलादी बांहों ने भारत की सुरक्षा को सुदृढ़ किया है। नए भारत की ताकत का अहसास दुनिया ने देखा है। कोरोना के दौरान जब पूरी दुनिया पस्त थी, मानवता के ऊपर सबसे बड़ा संकट था। तब मोदी जी के नेतृत्व में जीवन व जीविका को बचाने के लिए नई-नई योजनाएं बनाई जा रही थीं। फ्री में वैक्सीन, टेस्ट, उपचार व 80 करोड़ लोगों को राशन मिल रहा था। दो-दो स्वदेशी वैक्सीन भी लगने लगे।
सीएम ने पूछा कि क्या कांग्रेस कश्मीर से धारा 370 हटा पाती, क्या राम मंदिर बनवा पाती। क्या कोरोना काल में फ्री में उपचार, टेस्ट, वैक्सीन व राशन दिला पाती। जब वह कुछ नहीं कर सकते। आस्था का सम्मान, विश्वास, हितों का संरक्षण व सुरक्षा नहीं दे सकते तो उन्हें समर्थन कतई नहीं देना चाहिए। मोदी जी ने जो कहा, जो करके दिखाया।
सीएम ने कहा कि कोई सोचता था कि हिमाचल में एम्स की स्थापना होगी। अटल विहारी वाजपेयी जी ने यहां सड़कों का जाल बिछाकर हाइवे को भी बढ़ाया। विकास की ऊंचाइयों पर पहुंचने के साथ ही हिमाचल आगे बढ़ रहा है। इस पहाड़ी राज्य में हर घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति केवल भाजपा की डबल इंजन की सरकार ही कर सकती है। 12 नवंबर को लोकतंत्र के महापर्व में हिमाचल के हर मतदान केंद्र में सिर्फ कमल नजर आना चाहिए।
कुल्लू के आनी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार लोकेंद्र कुमार के पक्ष में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संकट में उन्हें इटली में नानी याद आती हैं, कुल्लू और आनी नहीं। कांग्रेस के नेता परिवार तक सीमित रहते, जबकि पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए 135 करोड़ भारत ही परिवार है। उसकी सुरक्षा, खुशहाली व समृद्धि के लिए कार्य करना ही उनका कर्तव्य है।
सीएम ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि ठियोग से पिछली बार कम्युनिस्ट व्यक्ति चुनाव जीत गया। मैं माथा पकड़कर रह गया कि देवभूमि में कहां से कालनेमि आ जाते हैं, जो हिंदू देवी-देवताओं को गाली देते हैं। पूजा-पद्धति को नकारते हों। आस्था से खिलवाड़ करते हों, यह आस्था का देश है। यहां व्यक्ति भूखा रह सकता है, सुविधाओं की तिलांजलि दे सकता है, लेकिन आस्था से कोई खिलवाड़ करता है तो उससे दो-दो हाथ करने में कोताही नहीं बरतता। याद करिए पहला स्वातंत्र समर क्यों हुआ था, जब तक ब्रिटिशर व्यापारी के रूप में शासन करते रहे, तब तक भारत की जनता चुपचाप सहन करती रही पर जब उन्होंने गाय व सुअर की चर्बी से बने कारतूस यहां के जवानों को दिए तो उन्होंने उसे चलाने से इनकार कर दिया, जो बंदूक की नोक जनता पर चलती थी, वही बंदूक ब्रिटिशर पर वापस चलने लगी। यह है भारत, वह आस्था के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं कर सकता, जब भी मौका मिलेगा आस्था को पुर्नस्थापित करेगा, जैसे अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। स्वतंत्र भारत गुलामी के चिह्नों को बर्दाश्त नहीं करेगा।
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