सुशासन के सूत्र: ड्रग माफिया में है गुजरात पुलिस का खौफ
July 25, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

सुशासन के सूत्र: ड्रग माफिया में है गुजरात पुलिस का खौफ

गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि प्रदेश की सुरक्षा-व्यवस्था को चाकचौबंद करते हुए समाज में विभिन्न रूपों में छिपे देश-समाज के दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए गुजरात पुलिस-एटीएस सतत लगी हुई है

by पाञ्चजन्य ब्यूरो
Nov 5, 2022, 01:23 pm IST
in भारत, विश्लेषण, गुजरात
गुजरात

गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी

गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने साबरमती संवाद में राज्य की सुरक्षा-व्यवस्था से लेकर प्रासंगिक मुद्दों पर वरिष्ठ पत्रकार गोपाल गोस्वामी से की बेबाक बातचीत

गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि प्रदेश की सुरक्षा-व्यवस्था को चाकचौबंद करते हुए समाज में विभिन्न रूपों में छिपे देश-समाज के दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने के लिए गुजरात पुलिस-एटीएस सतत लगी हुई है। गुजरात की समुद्री सीमा के लगभग 1600 किमी लंबी होने से सीमापार से आने वाले ड्रग्स को रोकना गुजरात पुलिस के लिए एक चुनौती रहती है। लेकिन पिछले एक वर्ष में गुजरात पुलिस ने इस चुनौती से पार पाते हुए 30 पाकिस्तानी ड्रग माफिया को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा प्रदेश भर में 700 से अधिक ड्रग माफिया पकड़े गए, जिनकी अब तक जमानत भी नहीं हुई। राज्यभर में हजारों करोड़ रुपये के ड्रग्स जब्त किए गए हैं।

केवल गुजरात में ही नहीं, गुजरात पुलिस ने कोलकाता, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी ड्रग्स की खेप पकड़ी है इसका परिणाम है कि गुजरात पुलिस की कार्रवाइयों से पाकिस्तानी ड्रग माफिया में इतना खौफ छा गया कि उन्होंने गुजरात की समुद्री सीमा को लगभग छोड़ दिया। इसके बजाय वे अन्य रास्तों से देश में ड्रग्स आपूर्ति करने में लगे हैं। पंजाब की दो जेलों से ड्रग्स का काम हो रहा है। गुजरात सरकार ने इस बारे में पंजाब सरकार से बात की परंतु पंजाब ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। लेकिन मेरा स्पष्ट निर्देश है कि ड्रग्स में कोई राजनीति नहीं। इसी तरह से ड्रग्स के विरुद्ध सभी को एकजुट होना पड़ेगा। यह हमारे समाज के लिए घातक है, इसे समझना पड़ेगा।

ईसाई मिशनरियों की बढ़ती गतिविधि पर उन्होंने कहा कि गुजरात पुलिस ने भरूच में नेटवर्क तोड़ने में सफलता प्राप्त की है। इसके लिए देश सहित विदेशों से फंड आ रहा था। हमने इसे रोका है। तापी डांग, नर्मदा जैसे कई जिलों में इसका असर दिखा है। मैं बताना चाहता हूं कि सरकार इस पर बहुत गंभीरता से काम कर रही है। इसके अलावा द्वारका एवं अन्य हिंदू स्थानों पर मजहबी तत्वों ने अवैध कब्जा किया था।

गुजरात पुलिस की कार्रवाइयों से पाकिस्तानी ड्रग माफिया में इतना खौफ छा गया कि उन्होंने गुजरात की समुद्री सीमा को लगभग छोड़ दिया। इसके बजाय वे अन्य रास्तों से देश में ड्रग्स आपूर्ति करने में लगे हैं। पंजाब की दो जेलों से ड्रग्स का काम हो रहा है। गुजरात सरकार ने इस बारे में पंजाब सरकार से बात की परंतु पंजाब ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। लेकिन मेरा स्पष्ट निर्देश है कि ड्रग्स में कोई राजनीति नहीं। इसी तरह से ड्रग्स के विरुद्ध सभी को एकजुट होना पड़ेगा। यह हमारे समाज के लिए घातक है, इसे समझना पड़ेगा।

 

गुजरात पुलिस ने बेट द्वारका, कर्णावती समेत पांच जिलों में ऐसे सैकड़ों अवैध कब्जों को खत्म किया है। इसी तरह गोहत्या के मामलों में पुलिस शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई करती है। गुजरात पुलिस की चुस्ती का ही परिणाम है कि राज्य में आपराधिक घटनाओं को कम करने में बड़ी सफलता मिली है। और हां, अब बात केवल अपराधियों को पकड़ने तक नहीं रह गई है बल्कि अपराधियों के विरुद्ध मजबूत मुकदमा बनाकर उन्हें सजा सुनिश्चित करना उद्देश्य होता है।

पिछले एक वर्ष में दस से अधिक जघन्य मामले ऐसे हैं, जिनमें तीन माह के भीतर आरोपपत्र दाखिल कर दिया गया और सजा सुना दी गई। आज पॉक्सो कानून के तहत गुजरात सबसे कम लंबित प्रदेशों में शुमार है।

 

द्वारका एवं अन्य हिंदू स्थानों पर मजहबी तत्वों ने अवैध कब्जा किया था। गुजरात पुलिस ने बेट द्वारका, कर्णावती समेत पांच जिलों में ऐसे सैकड़ों अवैध कब्जों को खत्म किया है। गोहत्या के मामलों में पुलिस करती है तत्काल कार्रवाई

 

निश्चित ही यह भी गौर करने लायक बात है कि पुलिस को बहुत तनावपूर्ण माहौल में कार्य करना पड़ता है। हमारी सरकार उनके लिए आवास सोसाइटी बनवा रही है। इस घर में दो शयनकक्ष होंगे। इसके अलावा पुलिसकर्मियों के वेतन पर भी राज्य सरकार ने काम किया है। प्रदेश सरकार ने 12000 पुलिसकर्मियों की भर्ती भी की है।

श्री संघवी ने समान नागरिक संहिता के सवाल के जवाब में कहा कि जिन राज्य सरकारों ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ाए हैं, वह उनके लिए योग्य और सही कदम होगा। रही बात गुजरात की तो हमारे संज्ञान में यह विषय है। समय आने पर सब अच्छा होगा, इतना मैं जरूर कह सकता हूं। -पाञ्चजन्य ब्यूरो

Topics: हिंदू स्थानों पर मजहबी तत्वों ने अवैध कब्जापाकिस्तानी ड्रग माफियाड्रग माफियागुजरात पुलिस का खौफDrug mafia has fear of Gujarat Police
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

नशे और आतंकवाद से जूझ रहा पंजाब : पुलिस के आंकड़े बता रहे हैं कि हालात कितने गंभीर

उत्तराखंड: युवाओं को कौन कर रहा ड्रग्स से बर्बाद? ये है टॉप 10 ड्रग माफिया की सूची, बरेली के बड़े तस्करों से जुड़े तार

गृह मंत्री अमित शाह की सख्ती के बाद NIA की टीम पहुंची मुजफ्फरनगर, हेरोइन तस्कर हैदर की संपत्ति की कुर्क

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

बॉम्बे हाई कोर्ट

दरगाह गिराने का आदेश वापस नहीं होगा, बॉम्बे HC बोला- यह जमीन हड़पने का मामला; जानें अवैध कब्जे की पूरी कहानी

PM Modi meeting UK PM Keir Starmer in London

India UK Trade Deal: भारत और ब्रिटेन ने समग्र आर्थिक एवं व्यापारिक समझौते पर किए हस्ताक्षर, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

भारतीय मजदूर संघ की एक रैली में जुटे कार्यकर्त्ता

भारतीय मजदूर संघ के 70 साल : भारत की आत्मा से जोड़ने वाली यात्रा

Punjab Drugs death

पंजाब: ड्रग्स के ओवरडोज से उजड़े घर, 2 युवकों की मौत, AAP सरकार का दावा हवा-हवाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उधमसिंह नगर जिले में मां के साथ मतदान किया।

उत्तराखंड: पंचायत चुनाव का पहला चरण, लगभग 62 प्रतिशत हुई वोटिंग, मां के साथ मतदान करने पहुंचे सीएम धामी

संत चिन्मय ब्रह्मचारी को बांग्लादेश में किया गया है गिरफ्तार

हिंदू संत चिन्मय ब्रह्मचारी को नहीं मिली जमानत, 8 महीने से हैं बांग्लादेश की जेल में

आरोपी मोहम्मद कासिम

मेरठ: हिंदू बताकर शिव मंदिर में बना पुजारी, असल में निकला मौलवी का बेटा मोहम्मद कासिम; हुआ गिरफ्तार

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर

India UK FTA: भारत-ब्रिटेन ने मुक्त व्यापार समझौते पर किए हस्ताक्षर, जानिये इस डील की बड़ी बातें

बांग्लादेश के पूर्व चीफ जस्टिस खैरुल हक।

बांग्लादेश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एबीएम खैरुल हक गिरफ्तार, शेख हसीना के थे करीबी

एक चार्जर से कई फोन चार्ज करना पड़ सकता है महंगा, जानिए इससे होने वाले नुकसान

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies