अयोध्या में इस बार की 14 कोसी परिक्रमा पूरी हो गई। अनुमान लगाया गया था कि 20 लाख के करीब श्रद्धालु पहुंचेंगे। परन्तु इस बार अनुमान से दोगुना की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। अयोध्या के जिला प्रशासन के अनुसार इस बार 40 लाख श्रद्धालुओं ने 14 कोसी परिक्रमा पूरी की। श्रद्धालुओं ने नंगे पाव चलकर 14 कोसी परिक्रमा को पूरा किया। परिक्रमा में बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने निर्णय लिया है कि परिक्रमा मार्गों को चौड़ा किया जाएगा। इन सभी मार्गों को फोर लेन बनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के साथ ही पूरी अयोध्या के विकास की योजना मूर्तरूप ले रही है। वैदिक और स्मार्ट सिटी का समन्वय स्थापित करते हुए नव्य अयोध्या का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए उत्तर प्रदेश आवास-विकास परिषद ने 639 एकड़ भूमि चिन्हित की है। अयोध्या में राम की पैड़ी के सौंदर्यीकरण, सिविल कार्य, बहुउद्देशीय हाल, गुप्तार घाट, लक्ष्मण किला घाट, रामकथा का विस्तारीकरण एवं राजा दशरथ की समाधि के जीर्णोद्धार का कार्य पूरा हो चुका है। पंच कोसी परिक्रमा करने वालों के लिए विश्राम स्थलों, मल्टी लेवल कार पार्किंग, बस स्टैंड, क्ववीन-हो मेमोरियल का सौंदर्यीकरण और यात्री निवास के उच्चीकरण का कार्य प्रगति पर है।
आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, लोक निर्माण विभाग, नगर विकास, सिंचाई एवं जल शक्ति, ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा विभाग की ओर से भी अयोध्या के विकास के लिए कार्य किया जा रहा है। इन सब कार्यों को जोड़ कर अयोध्या में केंद्र और प्रदेश सरकार 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रही है। 2018 में नई पर्यटन नीति आने के बाद अयोध्या के लिए 20 प्रस्ताव सरकार को मिल चुके हैं। इसमें होटल, रिजॉर्ट और 3 हेरिटेज भी शामिल हैं।
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