उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में थाना ठाकुरद्वारा कोतवाली में खनन सिंडिकेट पर दिन प्रतिदिन लगाम कसी जा रही। पुलिस-प्रशासन की टीम ने गुरुवार रात्रि में खनन माफिया आबिद की 93.56 लाख रुपये की संपत्ति कुर्क कर दी। उसकी कोठी, एक प्लाट, वाहन और बैंक में जमा नकदी को एसडीएम और सीओ की टीम ने पहुंच कर जब्त किया। अफसरों की टीम पर हमला कर डंपर छुड़ाने में 50 हजार के इनामी आबिद को एसटीएफ बरेली ने पीलीभीत से गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
ठाकुरद्वारा में 13 सितंबर की रात उत्तराखंड से आ रहे रेत बजरी से भरे डंपर को खनन अधिकारी अशोक कुमार ने पकड़ लिया था। सूचना मिलने एसडीएम ठाकुरद्वारा परमानंद सिंह भी मौके पर पहुंच गए थे। खनन माफिया भीड़ लेकर मौके पर पहुंच गया और उसने लोगों को उकसाकर एसडीएम और खनन अधिकारी व उनकी टीम को बंधक बनाकर डंपर छुड़ा ले गए थे। पुलिस ने खनन अधिकारी की तहरीर पर 5 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर किया था। इस मामले में पुलिस सात आरोपितों को गिरफ्तार कर शांत हो बैठ गई थी।
खनन माफिया के खिलाफ कोई ठोस कराई नहीं की थी। इसके बाद वीडियो कॉन्फ्रेंस में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुरादाबाद के अफसरों से ठाकुरद्वारा में खनन के मामले में जानकारी की। उन्होंने डीआईजी शलभ माथुर से कहा कि खनन माफिया के खिलाफ अब तक क्यों कार्रवाई नहीं हुई। वीडियो कांफ्रेंस में अफसरों पर फटकार लगी तो मुरादाबाद पुलिस हरकत में आई। इस मामले में कुल 19 आरोपियों को चिह्नित कर पुलिस ने उनके ऊपर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। 9 इनामी समेत सभी 19 आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल में डाला गया। 50 हजार के इनामी आरोपित आबिद को एसटीएफ बरेली की टीम ने 10 अक्टूबर को पीलीभीत से गिरफ्तार कर जेल भेजा। आरोपितोंं को जेल भेजने के बाद से पुलिस उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए कवायद में जुटी थी।
गुरुवार रात्रि को डीएम के आदेश पर एसडीएम ठाकुरद्वारा आईएएस अजय कुमार गौतम, सीओ अपेक्षा निंबाडिया के नेतृत्व में राजस्व विभाग और पुलिस की भारी भरकम टीम गांव रामूवाला गणेश पहुंची। वहां टीम ने आबिद पुत्र सद्दीक की 366 वर्गमीटर में बनी कोठी, एक प्लाट, एक टाटा टिप्पर जब्त कर लिया। उसकी एसबीआई और पीएनबी बैंक में जमा धनराशि भी पुलिस ने जब्त कर ली है। सीओ अपेक्षा निंबाडिया ने बताया कि कुल 93 लाख 56 हजार 597 रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
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