मोरबी शहर के झूलते पुल पर युवकों की मौज-मस्ती ने दर्जनों जिंदगी को नदी में डूबो दिया। दिवाली और रविवार की छुट्टी की वजह से पुल पर क्षमता से अधिक लोग मौजूद थे। रविवार शाम करीब 6.30 बजे कई युवक इस झूलते पुल को झूलाने की कोशिश कर रहे थे। इस संबंध में प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि इस पुल को कई युवक हिला रहे थे। इसके बाद ही यह घटना हुई। एक वायरल वीडियो में पुल को हिलाते कई युवक नजर आ रहे हैं। बताया गया कि दिवाली के बाद गुजराती नववर्ष पर 26 अक्टूबर को इस पुल को लोगों के लिए खोल दिया गया था।
इधर, नगर पालिका मुख्य अधिकारी संदीपसिंह झाला ने ब्रिज के फिटनेस सर्टिफिकेट मिलने से इनकार किया है। करीब सात महीने तक रिनोवेशन के बाद इसे लोगों के लिए खोला गया था। ब्रिज को लोगों के लिए खुले रविवार को पांचवा दिन था। इन चार दिनों में 8 से 10 हजार लोगों ने ब्रिज का लुत्फ उठाया।
शाम के समय पुल पर बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और अन्य लोग मौजूद थे। शाम साढ़े 6 बजे पुल टूट कर नदी में गिरने के बाद पुल पर मौजूद करीब 300 से 400 लोग भी मच्छु नदी में जा गिरे। इसके बाद वहां अफरातफरी के बीच कई लोग तैरकर बाहर निकलने की कोशिश करते नजर आए तो कई ब्रिज के तार, रस्से को पकड़कर जान बचाने की कोशिश करते रहे।
बताया गया कि देखते ही देखते वहां स्थानीय तैराकों समेत दमकल, बचाव दल सभी नदी में घुस कर लोगों को बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। बताया गया कि करीब डेढ़ घंटे के बचाव कार्य में 100 से 125 लोगों को पानी से बाहर निकाला गया।
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