प्रकृति और पूर्वजों को समर्पित होती है इनकी दीपावली 
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत बिहार

प्रकृति और पूर्वजों को समर्पित होती है इनकी दीपावली 

by संजीव कुमार
Oct 25, 2022, 12:48 pm IST
in बिहार
दीपावली पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करतीं थारू जनजाति की महिलाएं (फाइल चित्र)

दीपावली पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करतीं थारू जनजाति की महिलाएं (फाइल चित्र)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बिहार के चंपारण में थारू जनजाति के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। ये लोग प्रकृति प्रेमी होते हैं। इसलिए पर्यावरण की रक्षा के लिए संकल्पित होते हैं। इन्हें सदियों पुरानी अपनी संस्कृति से भी अत्यंत लगाव होता है।  इनके प्रकृति प्रेम की चर्चा स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के समय की थी। इनकी दीपावली प्रकृति और पूर्वजों को समर्पित होती है। ये लोग दो दिन दीपावली मनाते हैं। 

पश्चिम चंपारण के बगहा, गौनाहा और रामनगर के लगभग 200 गांवों में लगभग ढाई लाख थारू समाज के लोग रहते हैं। वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व के पास बसे थारू दिवाली को दीयाराई या दिवारी कहते हैं। पर्व का प्रारंभ धान के पौधे को काटने से होता है। धान का पौधा काटकर उसे ब्रह्मस्थान पर रखा जाता है। दिवारी के लिए महिलाएं अपने हाथ से मिट्टी के दीए बनाती हैं। सबसे पहले ये दीए रसोईघर के भंडारकोना (उत्तर – पश्चिम दिशा के कोने) में जलाए जाते हैं। इनकी मान्यता है कि इससे सालो भर घर में अन्न की कमी नहीं रहती। इसके बाद जल प्राप्ति के स्थल यथा कुंआ, हैंड पंप (चापाकल) पर दीया जलाया जाता है। सबसे अंत में दहरचंडी (अग्निदेव) के सामने दीया जलाकर गांव की सुरक्षा की कामना की जाती है।

इस दिन पूर्वजों के स्मरण में बड़ी रोटी खाने की भी प्रथा है। अपने मृत पूर्वजों को याद कर उनका पुतला बनाया जाता है। पुतले की पूजा अर्चना कर पूर्वजों को श्रद्धांजलि दी जाती है। इसके बाद बड़ी रोटी खाने का कार्यक्रम होता है। इसमें सिर्फ निकट संबंधी और परिवार के लोग ही हिस्सा लेते हैं। इसी दिन तेरहवीं का कार्यक्रम होता है। थारू समाज में किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तो उसे चारपाई पर श्मशान ले जाया जाता है। उसके बाद शनिवार को बड़ी रोटी खाई जाती है। तेरहवीं की रस्म दिवारी के दिन की जाती है। बड़ी रोटी में नमक छोड़कर सभी चीजें स्वयं के खेत की उपज होती है।

दियराई के दूसरे दिन होता है सोहराई

दिवारी या दीयराई के दूसरे दिन सोहराई मनाया जाता है। इस दिन घरों में गोजा-पिट्ठा और मांस-मछली बनता है। पशुओं को नहलाया जाता है। उनका श्रृंगार होता है। इस दिन पशुओं को सीता फल में हल्दी और नमक मिलाकर प्रसाद रूप में खिलाया जाता है। पहले सोहराई में भैंसे और सुअर की लड़ाई होती थी, लेकिन वन्य जीव संरक्षण कानून बनने के बाद उसे बंद कर दिया गया है।

Topics: bihartharu
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर (मुस्लिम युवक ने हिंदू लड़की पर धर्म परिवर्तन और गोमांस खाने का बनाया दबाव)

हिंदू बनकर शमशाद ने युवती से बनाए संबंध, फिर बोला- धर्मांतरण करो, गोमांस खाओ तब करूंगा निकाह

काम्या मिश्रा

22 की उम्र में IPS बनीं, 28 की उम्र में दिया इस्तीफा: जानिए बिहार की ‘लेडी सिंघम’ काम्या मिश्रा की कहानी

Punjab Khalistan police

अमृतसर मंदिर ब्लास्ट : हथियार उपलब्ध करवाने वाले तीन आरोपी बिहार से गिरफ्तार

Bihar Madarsa Crime

Bihar Madarsa: क्यों मौलवियों के ही कारण बदनाम हो रहे बिहार के मदरसे? 

इसी मंदिर में हुई चोरी

भगवान को भी नहीं छोड़ रहे हैं चोर

Mangluru Love jihad with a hindu girl

ओडिशा: पुलिस ने ‘लव जिहाद’ मामले की जांच तेज की; आरोपी मोहम्मद समीर मंसूर के आतंकियों से संभावित संबंधों की जांच 

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies