जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पुलिस की विशेष जांच इकाई (एसआईयू) ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों व उनके समर्थकों के साथ ठिकानों की तलाशी ली। एसआईयू ने इस छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड व जिहादी साहित्य व लेन-देन से जुड़े कुछ दस्तावेज भी बरामद किए हैं। एसआईयू के अनुसार यह दस्तावेज आरोपितों की राष्ट्रविरोधी तत्वों के साथ मिलीभगत के बारे में कई अहम सुराग प्रदान कर रहे हैं।
एसआईयू के प्रवक्ता ने बताया कि आज की छापेमारी 10 अगस्त को पुलवामा के तहाब इलाके में सर्कुलर मार्ग पर बरामद एक शक्तिशाली आईईडी की बरामदगी के सिलसिले में की है। आतंकियों ने सैन्य और नागरिक वाहनों को उड़ाने के लिए सड़क पर एक शक्तिशाली आईईडी लगाई थी। इस आईईडी का वजन करीब 30 किलो था। सुरक्षाबलों ने समय रहते इसे बरामद कर नकारा बना दिया था।
प्रवक्ता ने बताया कि इसी मामले की जांच के दौरान मिले कुछ अहम सुरागों के आधार पर पुलवामा जिले में कईं जगह तलाशी ली गई है। अरमुला में जहांगीर गनई और युनूस अहमद मीर के घर, नीलूरा में फारुक अहमद डार के घर, जंडवाल में बिलाल अहमद शेख, बंडजू में मोहम्मद मकबूल के घर की तलाशी ली गई है। आईईडी बरामद होने के कुछ समय बाद ही पुलिस ने जहांगीर गनई, मोहम्मद युनिस और फारूक अहमद डार को गिरफ्तार कर लिया था।
पूछताछ में इन तीनों ने बताया था कि उन्हें सरहद पार बैठे लश्कर-ए-तैयबा के हैंडलर ने आइईडी धमाके की साजिश को अंजाम देने के लिए कहा था। उन्हें कहा गया था कि धमाका 15 अगस्त से पहले होना चाहिए। इससे पहले कि आतंकी अपने मंसूबे में कामयाब होते पुलिस को अपने तंत्र से इस साजिश का पता चल गया। इसके बाद पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ मिलकर अभियान के दौरान तहाब में सर्कुलर मार्ग पर लगाई गई आईईडी का पता लगा था।
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