प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त जारी कर दी। इस योजना के तहत इस बार 11 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में दो हजार रुपये डीबीटी माध्यम से स्थानांतरित किए गए।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दो दिवसीय पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022 की पूर्व संध्या पर रविवार को ट्वीट कर कहा था- ‘हमारी सरकार अन्नदाताओं के जीवन को आसान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में कल सुबह 11:30 बजे दिल्ली में किसान सम्मान सम्मेलन का उद्घाटन करने के साथ ही पीएम-किसान की 12वीं किस्त भी जारी करूंगा। इस अवसर पर कई और योजनाओं को शुरू करने का भी सौभाग्य मिलेगा।’
प्रधानमंत्री ने सोमवार को इस मौके पर दो दिवसीय पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022 का शुभारंभ किया। इसका आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा) के मेला परिसर में किया गया है। प्रधानमंत्री ने किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किस्त के 16,000 करोड़ रुपये जारी किए। इस योजना के तहत पात्र भूमिधारक किसान परिवार को हर साल छह हजार रुपये का वित्तीय लाभ मिलता है। योजना के लाभार्थियों के खाते में हर चार महीने पर दो हजार रुपये सरकार की ओर से दिए जाते हैं।
कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ट्वीट किया है- ‘किसानों की समृद्धि में भागीदार बन रही पीएम किसान सम्मान निधि योजना। अब तक 11.3 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित।’ सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कृषि विज्ञानियों और किसानों से चर्चा करेंगे। साथ ही 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र की शुरुआत करेंगे। इस योजना के तहत देश भर में खाद की दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र में परिवर्तित किया जाएगा। साथ ही किसानों को खाद, बीज, मिट्टी की जांच के बारे में बताया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना की भी शुरुआत की जाएगी। इसका उद्देश्य एक देश एक फर्टीलाइजर है। इसके तहत प्रधानमंत्री भारत यूरिया बैग लांच करेंगे। इसी ब्रांड नाम के तहत खाद बनाने वाली कंपनी अपने उत्पाद को बेचेगी। मेले में 1500 से अधिक किसान और एफपीओ, 500 कृषि स्टार्टअप, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और शिक्षाविद भी शामिल होंगे। ये सभी अपने विचार एक- दूसरे के साथ साझा करेंगे।
इस बार किसान सम्मेलन की थीम कृषि का बदलता स्वरूप और तकनीक है। इसका उद्देश्य किसानों को वैज्ञानिक तरीके से खेती करने के लिए नई-नई तकनीकों के बारे में जानकारी देना है। साथ ही खेती की चुनौतियों से निपटने के गुर बताए जाएंगे। इस दो दिवसीय मेले में एग्री स्टार्टअप कॉन्क्लेव और किसान सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
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