गुवाहाटी। असम प्रदेश भाजपा मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन का शनिवार को उद्घाटन करने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अमित शाह ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में समूचा पूर्वोत्तर चौतरफा विकास के रास्ते पर चल पड़ा है। भाजपा कार्यकाल में असम के 9 हजार युवा हथियार छोड़ कर मुख्यधारा में लौटे।
अमित शाह ने कहा कि मैं आज गृहमंत्री के नाते यहां नहीं आया, कार्यकर्ता के नाते आया हूं। असम की महान भूमि है। इस भूमि को कांग्रेस ने लंबे समय तक विघटन की भूमि बना दिया था। पूरे देश और पूर्वोत्तर को इसको लेकर चिंता थी। देश की मुख्यधारा से कटता है तो क्या होगा। देश की चार देशों से सीमा लगती है। ऐसे क्षेत्र को लेकर पूर्व में क्या स्थिति थी यह सभी को पता है।
वर्ष 2014 से 2022 तक पूरा पूर्वोत्तर और असम विकास के रास्ते पर आगे चल पड़ा है। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मेरे लिये यह सौभाग्य का विषय है कि राज्य और भाजपा का विकास समान रूप से हो रहा है। अमित शाह ने कहा कि मुझे याद है कि हितेश्वर सैकिया की सरकार के कार्यकाल में मुझे बड़ी मार पड़ी थी। उस समय एक नारा लगता था- “असम की गलियां सूनी हैं, इंदिरा गांधी खूनी है….।” अमित शाह ने कहा कि ये कांग्रेस के लोग जहां पर भी बैठे हैं वो सुन लें, जवाहर लाल नेहरू ने 1962 में जब चीन की लड़ाई हुई थी तब बाय बाय असम कह दिया था। उसके बाद से कांग्रेस वाले भूल ही गए थे कि उत्तर-पूर्व भी कोई चीज है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का कार्यालय भवन नहीं, बल्कि भावनाओं का बोध है। यहां पर पूरे पूर्वोत्तर के विकास की योजनाएं बनेगी। भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए यह मंदिर है। देश के हर जिले में कार्यालय बनाने की हमारी योजना है। 2024 के पहले देश के 90 प्रतिशत जिलों में कार्यालय बन जाएंगे। भाजपा के विकास का इतिहास अभूतपूर्व है। त्याग और बलिदान का यहां का इतिहास है। उद्घाटन अवसर पर पूर्व कार्यकर्ताओं को बुलाया है, यह हमारा संस्कार है।
अमित शाह ने कहा कि पूर्व में हमारी सरकार बनने की कल्पना नहीं थी लेकिन आज यह संभव हुआ है। आज पार्टी वटवृक्ष है। इसकी छांव सभी को मिल रही है। 8 वर्ष में मोदी जी 42 बार पूर्वोत्तर में आए हैं। हमारी परंपरा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने कार्यकाल में दो बार राज्यों में रात्रि विश्राम करते हैं।
उन्होंने पूर्वोत्तर के विकास के लिए रेलवे, हवाई मार्ग, आर्थिक विकास, शांति समझौता की भी बात की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान असम के 9 हजार युवा हथियार छोड़ कर मुख्यधारा में लौटे हैं। उन्होंने तुलना करते बताया कि कांग्रेस के कार्यकाल में 8700 से अधिक और भाजपा के कार्यकाल में 2200 घटनाएं घटी हैं।
अमित शाह ने राहुल गांधी पर कटाक्ष किया। राहुल गांधी के अफ्सपा हटाने का जिक्र करते हुए कहा कि शांति लाकर अफस्पा भी हटाया गया है। असम के 60 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र अफस्पा से मुक्त हो गये हैं। वहीं, नगालैंड के 7 और मणिपुर के 6 जिलों में अफस्पा है। शेष हिस्से से इसे हटा दिया गया है। जबकि, त्रिपुरा, मिजोरम, मेघालय आदि राज्यों से अफस्पा को पूरी तरह से हटा लिया गया है।
उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक साइंस कालेज की बहुत जल्द यहां पर स्थापना की जाएगी। वहीं, राज्य सरकार की ओर से एक लाख युवाओं को चरणबद्ध तरीके से नौकरी दिए जाने का भी जिक्र किया। अमित शाह ने कहा कि असम का कार्यालय दिल्ली के कार्यालय से किसी भी कीमत पर कम नहीं है। बल्कि, थोड़ा अधिक अच्छा है। उन्होंने कहा कि पार्टी भवन से मजबूत नहीं होती, बल्कि कार्यकर्ताओं के त्याग और बलिदान से मजबूत बनती है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर असम को बाढ़ मुक्त करने का फिर से वादा किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के घोषणापत्र में, हमने आतंकवाद, भ्रष्टाचार और बाढ़ मुक्त असम का वादा किया था। हमने प्रथम दो लक्ष्य हासिल कर लिए हैं। हमें और पांच साल दीजिए, हम असम को बाढ़ मुक्त बना देंगे।
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