अमेरिका ने भारत यात्रा पर आने के इच्छुक अपने नागरिकों के लिए एक अजीब सी’एडवायजरी’ जारी की है। खासतौर पर जम्मू—कश्मीर के संदर्भ में यह ‘सलाह’ दी गई है। इस ‘सलाह’ में कहा गया है कि अमेरिका से भारत जाने वाले नागरिक ‘बहुत सावधानी’ बरतें। इसमें एक तरह से अमेरिका ने अपने नागरिकों को सावधान किया है कि ‘भारत में बलात्कार की घटनाएं बढ़ रही हैं’। इतना ही नहीं, कहा गया है कि ‘जम्मू—कश्मीर में आतंकी हमले का खतरा’ है।
कूटनीतिक स्तर पर हर देश दूसरे देशों की यात्रा पर जाने वाले अपने नागरिकों को कुछ विशेष परिस्थितियों में ऐसी ‘एडवायजरी’ करते रहते हैं। लेकिन वॉशिंगटन द्वारा ऐसी ‘सलाह’ जारी करना अटपटा माना जा रहा है। खासकर जब भारत के गृहमंत्री स्वयं वहां एक दिन पहले दो दिन की यात्रा करके आए हों और केन्द्र सरकार सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सचेत हो। अमेरिका की यह ‘सलाह’ कल जारी हुई है। इसी में उसने अपने यहां के नागरिकों से भारत में आने पर ज्यादा सावधान रहने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि इस एडवायजरी में बाइडेन प्रशासन ने अपने नागरिकों से भारत में केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर न जाने को कहा है। अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा जारी ये ‘सलाह’ भारत यात्रा को लेकर कूटनीतिक भाषा में नंबर दो के स्तर की है। दरअसल, एडवायजरी के मापदंडों में एक से चार तक के स्तर पर इसे जारी किया जाता है। सबसे चेतावनी भरा होता है चौथा स्तर।
यहां बता दें कि वाशिंगटन ने 6 अक्तूबर को ही पाकिस्तान यात्रा के लिए जाने वाले अपने यात्रियों के लिए अलग से एक एडवायजरी जारी की थी। उस ‘सलाह’ का स्तर तीन रखा गया था। उसमें पाकिस्तान जाने की इच्छा रखने वाले अपने यात्रियों से बाइडेन प्रशासन ने आतंकवाद और मजहबी कट्टरपंथी हिंसा को देखते हुए अशांत क्षेत्रों में जाने के बारे में दो बार सोचने की सलाह दी थी। अपने नागरिकों से अमेरिका ने पाकिस्तान की यात्रा पर जाते हुए समय बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा था कि इस्लामाबाद, लाहौर को छोड़कर बाकी स्थानों पर जाने से बचना चाहिए।
भारत के संदर्भ में जारी की गई अमेरिकी विदेश विभाग की ‘सलाह’ में कहा गया है कि भारत में अपराध और आतंकवाद के मद्देनजर विशेष सावधानी बरती जाए। इसमें ‘आतंकवाद और नागरिक अशांति के कारण (पूर्वी लद्दाख क्षेत्र और उसकी राजधानी लेह को छोड़कर) केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में न जाएं’। एडवायजरी कहती है, ‘भारत में बलात्कार सबसे तेजी से बढ़ रहे अपराधों में से एक बताया गया है। पर्यटन स्थलों और दूसरे स्थानों पर हिंसापूर्ण अपराध, जैसे यौन हमले, देखने में आए हैं’। इसमें आगे कहा है कि ‘आतंकवादी बिना चेतावनी दिए हमला कर सकते हैं। वे पर्यटन स्थलों, परिवहन केंद्रों, बाजारों/मॉल और सरकारी ठिकानों को निशाना
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