दक्षिण पूर्वी जिला पुलिस ने पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के समर्थक चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मुख्यालय द्वारा मंगलवार को मिली जानकारी के अनुसार, आरोपितों की पहचान मोहम्मद शोएब, हबीब असगर जमाली, अब्दुल रब्ब और वारिस के रूप में हुई है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में पीएफआई पर बैन लगाया है। बैन होने के बाद पीएफआई को लेकर गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों की सूचना के बाद दक्षिण पूर्वी जिले के शाहीन बाग थाने में बीते 29 सितंबर को पुलिस की तरफ से एफआईआर दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह था पूरा मामला
टेरर फंडिंग मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर एनआईए व दूसरी एजेंसियों का शिकंजा कसता ही जा रहा है। 27 सितंबर को देश के कई राज्यों मंगलवार छापेमारी की गई। दिल्ली के शाहीनबाग, जामिया नगर और निजामुद्दीन समेत आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर एनआईए व दिल्ली पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी की।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच, स्पेशल ब्रांच और लोकल पुलिस के अलावा एनआईए ने अलग-अलग स्थानों से कुल 30 संदिग्धों को हिरासत में लिया। सूत्रों का कहना है कि इन सभी का पीएफआई से सीधा संबंध है। पुलिस की टीम ने आरोपियों के ठिकानों से भारी मात्रा में दस्तावेज, मोबाइल व दूसरा सामान बरामद किया था।
वहीं एनआईए, पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की गहमा-गहमी के बीच जामिया नगर और शाहीनबाग एरिया में तनाव बढ़ गया। कुछ लोगों ने तो एरिया में कर्फ्यू लागू होने तक की अफवाह उड़ा दी। बाद में पता चला कि इलाके में कर्फ्यू नहीं धारा-144 लगी थी।
मंगलवार तड़के जब शाहीन बाग और जामिया नगर के लोग सोकर उठे तो उन्होंने अपने एरिया में पुलिस, अर्द्धसैनिक बलों के अलावा एनआईए की टीम को पाया। पूरे एरिया को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पुलिस लोगों की भीड़ भी नहीं जुटने दे रही रही थी। पुलिस बल की भारी मौजूदगी में एरिया में अफवा फैल गई। सुबह 6.00 बजे तक संयुक्त टीमों ने शाहीनबाग और जामिया नगर से कुल 12 लोगों को हिरासत में ले लिया।
बाद में उनको जामिया नगर थाने लाकर पूछताछ हुई। देर शाम तक पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की थी। शाहीनबाग व जामिया नगर के अलावा निजामुद्दीन, रोहिणी, बाहरी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली व उत्तरी दिल्ली में भी इसी तरह की छापेमारी की गई। पुलिस पुलिसकी ओर से सभी जगहों से कुल 30 लोगों को हिरासत में लेने की बात की गई।
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