किसान आंदोलन से जुड़ा कथित किसान नेता लक्खा सिधाना अपने साथियों के साथ पाकिस्तान से न केवल हथियार व ड्रग्स मंगवा कर देश को खोखला कर रहा है बल्कि फिरौती भी वसूल रहा है। पुलिस ने सिधाना व कनाडा में बैठे खालिस्तान आतंकी लखबीर सिंह पर इन आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की है।
तरनतारन पुलिस ने गैंगस्टर से नेता बने लक्खा सिधाना और कनाडा में बैठे गैंगस्टर लखबीर सिंह समेत 11 लोगों के खिलाफ फिरौती मांगने और सीमा पार से हथियार व ड्रग्स स्मगलिंग का मुकदमा दर्ज किया है। तरनतारन पुलिस ने यह मुकदमा 2 सितंबर को दर्ज किया और किसी को इसकी खबर नहीं लगने दी। मामला तब खुला जब सोशल मीडिया पर गैंगस्टरों के समर्थकों ने शोर मचाते हुए इसे फर्जी ठहराना शुरू किया।
लक्खा सिधाना, गैंगस्टर लखबीर सिंह समेत 11 लोगों के खिलाफ यह प्राथमिकी तरनतारन जिले के हरिके थाने में दर्ज की गई। आरोपियों ने एक गैंग बनाया, जिसका मास्टरमाइंड लखबीर सिंह है। लखबीर कनाडा में बैठ कर पाकिस्तान से ड्रोन का इस्तेमाल कर भारतीय सीमा में हथियार, गोला-बारूद और ड्रग्स पहुंचा रहा है।
आरोपियों में लक्खा सिधाना और लखबीर सिंह के अलावा नछत्तर सिंह, सतनाम सिंह, गुरकीरत सिंह, अनमोल सोनी, चढ़त सिंह, गुरजंट सिंह, महावीर सिंह, सुखदेव सिंह और दलजीत सिंह शामिल हैं। यह सभी तरनतारन के रहने वाले हैं। हरिके पुलिस ने यह केस खुफिया सूचना के आधार पर दर्ज किया। पुलिस टीम को सूचना मिली कि लखबीर सिंह अपने गुर्गों के जरिए पंजाब के बड़े कारोबारियों और अमीर लोगों से फिरौती मांग रहा है। फिरौती की रकम न देने पर लोगों को गोली मारने की धमकी दी जाती है। कारोबारियों और अमीर लोगों को उनके पारिवारिक सदस्यों को जान से मारने की धमकी देकर डराया जा रहा है। इस गैंग के सदस्य फिरौती के जरिये आने वाली रकम सट्टे और दूसरे हवाला चैनलों के जरिए कनाडा में लखबीर सिंह तक पहुंचाते रहे हैं।
एफआईआर के अनुसार, कनाडा में बैठा लखबीर सिंह ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से भारतीय सीमा में हेरोइन और अवैध हथियारों की डिलीवरी भी करवा रहा है। इन सभी पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 386, 387, 388, 389 (जबरन वसूली), 120-बी के अलावा शस्त्र व एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। लक्खा सिधाना अपराधिक पृष्ठभूमि का है और उस पर विभिन्न थानों में कई केस दर्ज हैं।
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