गुरुग्राम के मानेसर में झोलाछाप डॉ. फईम की वजह से मारूति सुजुकी के 20 साल एक प्रशिक्षु (इंटर्न) की मौत हो गई। जिसके बाद मृतक युवक के परिजनों की शिकायत पर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद उसने पुलिस पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार मृतक युवक बुखार से पीड़ित था जिसका इलाज अलियार गांव में उत्तर प्रदेश के अमरोहा का रहने वाला फईम अपने ‘आलम क्लीनिक’ में कर रहा था। फईम ने युवक को एक इंजेक्शन लगाने के बाद क्लीनिक पर आराम करने को कहा जिसके कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गयी। युवक की मौत के बाद झोलाछाप डॉक्टर ने अपने मित्र सुभान को बुलाकर उसका शव कमरे में रख दिया जिसके बाद दोनों वहां से चलते बने।
परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंचे और वहां लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच करने पर झोलाछाप डॉक्टर और उसके दोस्त को युवक का शव को उसके पीजी में रखते हुए पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 201 (सबूत छिपाना) और 34 (साझा इरादा) के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी फईम को बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश कर दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। फईम से पूछताछ के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
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