बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पर इस बार फिर से मजहबी उन्मादी किसी तरह गड़बड़ी फैलाने और हिंसक घटनाओं को अंजाम देने का मन बनाते दिख रहे हैं। ताजा मामला हिंदू धर्म में आस्था रखने वाले क्रिकेटर लिटन दास से जुड़ा है। कट्टरपंथी मुसलमानों ने उनके विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए उन पर कन्वर्ट होने का जोर डाला है।

प्राप्त समाचारों के अनुसार, बांग्लादेश के क्रिकेटर लिटन दास ने दुर्गा पूजा के अवसर पर सोशल मीडिया पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की थीं, इसी से कट्टरपंथी मुस्लिम चिढ़ गए हैं और उन पर कन्वर्ट होने का जोर बनाने लगे हैं।
बांग्लादेश में रहने वाले हिन्दू पिछले वर्ष दुर्गा पूजा के मौके पर मजहबी उन्मादियों के हिंसक तांडव को भूले नहीं हैं। उन्मादी मुस्लिमों की भीड़ ने वहां कई जिलों में उत्पात मचाया था, झूठी अफवाहें फैलाकर पूजा पंडालों में आग लगाई थी, मंदिरों में तोड़फोड़ की थी, इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालुओं को मौत के घाट उतारा था। तब सरकार ने बयान देकर अपना पल्ला झाड़ लिया था कि ‘हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी, अल्पसंख्यकों पर हमले बंद होने चाहिए’ आदि। लेकिन इस्लामिक कट्टरता फैलाने वाले तत्वों पर शायद उसका कोई असर नहीं पड़ा है। क्योंकि उसके बाद भी अनेक स्थानों से हिन्दुओं के विरुद्ध हिंसा की अनेक घटनाओं के समाचार प्राप्त होते रहे हैं।

बांग्लादेश में अब गिनती के बचे हिन्दुओं पर बड़े सुनियोजित तरीके से कन्वर्जन का जोर डाला जा रहा है। ताजा प्रकरण बांग्लादेश में हिंदू क्रिकेटर स्टार बल्लेबाज लिटन दास से जुड़ा है जिनके द्वारा दुर्गा पूजा के त्योहार की शुभकामनाएं देने से कट्टरपंथियों का पारा चढ़ा हुआ है। लिटन दास को डराया-धमकाया जा रहा है कि वह इस्लाम में कन्वर्ट हो जाएं।
समाचारों के अनुसार, नवरात्र से ठीक पहले, महालया के दिन क्रिकेटर लिटन दास ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट डालकर सभी को महालय और नवरात्र की शुभकामनाएं प्रेषित की थीं। उसके बाद वे बांग्लादेश के कट्टरपंथी मुसलमानों के गुस्से का निशाना बन गए।
लिटन की हिंदू आस्था को लेकर भद्दे कमेंट किए जाने लगे, उन्हें इस्लाम में कन्वर्ट होने की बेमांगी सलाहें दी जाने लगीं। कमेंट पढ़कर साफ पता चलता है कि कट्टरपंथियों ने कैसी नफरत में भरकर वे लिखे हैं। लिटन दास के बहाने उन्मादियों ने हिंदू धर्म और श्रद्धालुओं के लिए अनाप-शनाप टिप्पणियां कीं।

लिटन दास की फेसबुक पोस्ट पर जिहादी तत्व इसलिए भी भड़क गए क्योंकि उन्होंने अपनी शुभकामना के साथ मां दुर्गा की फोटो भी लगाई थी और कैप्शन दिया था, ‘शुभो महालय! मां दुर्गा आ रही हैं’। पोस्ट साझा करते ही मजहबी उन्मादियों ने उन्हीं की टाइमलाइन पर अपने ओछे कमेंट करने शुरू कर दिए। लिटन दास को गालियां दी जाने लगीं।
टिप्पणियाँ