अफगानिस्तान में काम पर लौटीं सौ से ज्यादा महिला पुलिस अधिकारी
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

अफगानिस्तान में काम पर लौटीं सौ से ज्यादा महिला पुलिस अधिकारी

बदख्शां सूबे की एक महिला पुलिसकर्मी गोल जान का कहना है कि उनका काम होगा घर घर जाकर ‘महिला अपराधियों’ की खोज करना, उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजना

by WEB DESK
Sep 26, 2022, 04:00 pm IST
in विश्व
तालिबान राज आने से पहले अनेक महिला अधिकारी थीं अफगान पुलिस में

तालिबान राज आने से पहले अनेक महिला अधिकारी थीं अफगान पुलिस में

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

तालिबान राज में आहत अफगानिस्तान में महिलाओं पर जिस तरह एक के बाद एक पाबंदियां लगाई जाती रही हैं, उनके बीच एक खबर ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। वहां बदख्शां सूबे में सौ से ज्यादा महिला पुलिस अधिकारियों को दोबारा नौकरी पर बहाल किया गया है।

तालिबान के राज में मानवाधिकारों का जिस तरह घोर उल्लंघन होता आ रहा है, उससे वहां गंभीर चुनौतियां खड़ी हुई हैं। ऐसे में महिला पुलिस अधिकारियों की बहाली उम्मीद की एक किरण के रूप में देखी जा रही है। अन्यथा अब महिलाओं का अफगानिस्तान में खुलकर सांस लेना तक दूभर बना दिया गया है।

यह जानकारी देते हुए बदख्शां के पुलिस अधिकारियों का कहना था कि यह बात सही है कि यहां सौ से ज्यादा महिला पुलिस अधिकारियों को दोबारा नौकरी पर बहाल किया गया है। इनमें से ज्यादातर महिला पुलिस अधिकारी पिछली सरकार के राज में काम कर चुकी हैं। उधर अफगानिस्तान के प्रमुख समाचार चैनल टोलो न्यूज की रिपोर्ट बताती है कि दोबारा ड्यूटी पर तैनात की गईं इन महिला पुलिस अधिकारियों में से 20-25 वरिष्‍ठ अधिकारी तथा लेफ्टिनेंट हैं, जबकि 70-80 महिलाएं फौजी हैं।

हालांकि काम पर लौटाई गईं ये महिला पुलिस अधिकारी सुरक्षा ड्यूटी में तैनात नहीं की जाएंगी। इन्हें लोगों के घरों में जाकर मुआयना करने और घर की महिलाओं की तलाशी लेने जैसे काम दिए जाने की बात है। बदख्शां में कार्यरत एक महिला पुलिसकर्मी गोल जान का कहना है कि उनका काम होगा घर घर जाकर ‘महिला अपराधियों’ की खोज करना, उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजना।

लोगों को संदेह है कि इस काम की आड़ में कहीं ऐसी महिलाओं पर नजर न रखी जाने लगे जो शरिया के कड़े कायदों के हिसाब से रहन-सहन न रख रही हों। उनके साथ कहीं जोर-जबरदस्ती न की जाए। क्योंकि महिलाओं के प्रति तालिबान के नजरिए से कोई अनजान नहीं है।

जैसा पहले बताया, अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में बंदूक के दम पर कुर्सी पर आ बैठे तालिबान के राज में महिलाएं घुटन भरी जिंदगी जीने को मजबूर बना दी गई हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, तालिबान पर अपना रवैया सुधारने का अंतरराष्ट्रीय दबाव है। तालिबान लड़ाकों की सरकार विदेशी सहायता चाहती है इसलिए भी वह अपना चेहरा साफ दिखाना चाहती है। तालिबान बार बार दावा करता रहा है कि लड़कियों की तालीम और सेहत की देखभाल जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। लेकिन इस मोर्चे पर अभी कोरे वायदे ही हैं, धरातल पर कुछ नहीं है। अभी 23 मार्च को ही लड़कियों के लिए छठी कक्षा से आगे पढ़ने की मनाही है। वहां महिलाओं को सिर से पांव तक बुर्के और हिजाब में ढके रहना जरूरी बना दिया गया है।

आज अफगानिस्तान में हर क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता बहुत कम हो चुकी है। मीडिया में करीब 80 प्रतिशत महिलाओं को बेरोजगार बनाया जा चुका है। वहां करीब 1.8 करोड़ महिलाएं स्वास्थ्य, शिक्षा तथा सामाजिक अधिकार पाने के लिए जूझ रही हैं।

Topics: afghanistantalibanpolicewomenShariaofficer
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

UK Sainik

अफगानी शरणार्थियों को घर, जॉर्ज फोर्ड जैसे सैनिक बेघर: यूके में विवाद

अफगान सरकार के उप-प्रवक्ता हमदुल्लाह फितरत

Taliban ने जिन्ना के देश का झूठ किया उजागर, फर्जी बयान देने वाले General Munir की हुई फजीहत

Bhim army workers roit

सांसद चंद्रशेखर को प्रयागराज के सर्किट हाउस में रोका गया, भीम आर्मी ने की आगजनी, पथराव और तोड़फोड़

Iran rebbelian fear Khamenei

ईरान में विद्रोह का डर: खामेनेई ने शुरू किया सख्त दमन, सैकड़ों गिरफ्तार, सीमाएं सील

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड में ऑपरेशन कालनेमि शुरू : सीएम धामी ने कहा- ‘फर्जी छद्मी साधु भेष धारियों को करें बेनकाब’

जगदीप धनखड़, उपराष्ट्रपति

इस्लामिक आक्रमण और ब्रिटिश उपनिवेशवाद ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाया : उपराष्ट्रपति धनखड़

Uttarakhand Illegal Madarsa

बिना पंजीकरण के नहीं चलेंगे मदरसे : उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दिए निर्देश

देहरादून : भारतीय सेना ने अग्निवीर ऑनलाइन भर्ती परीक्षा सम्पन्न

इस्लाम ने हिन्दू छात्रा को बेरहमी से पीटा : गला दबाया और जमीन पर कई बार पटका, फिर वीडियो बनवाकर किया वायरल

“45 साल के मुस्लिम युवक ने 6 वर्ष की बच्ची से किया तीसरा निकाह” : अफगानिस्तान में तालिबानी हुकूमत के खिलाफ आक्रोश

Hindu Attacked in Bangladesh: बीएनपी के हथियारबंद गुंडों ने तोड़ा मंदिर, हिंदुओं को दी देश छोड़ने की धमकी

श्रीहरि सुकेश

कनाडा विमान हादसा: भारतीय छात्र पायलट की हवाई दुर्घटना में मौत

बुमराह और आर्चर

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज: लॉर्ड्स में चरम पर होगा रोमांच

मौलाना छांगुर ने कराया 1500 से अधिक हिंदू महिलाओं का कन्वर्जन, बढ़ा रहा था मुस्लिम आबादी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies