शिमला। राज्य सरकार ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से मानसून मेंटेनेस फंड से 200 करोड़ रुपये दिए जाने का अनुरोध किया है। भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से राष्ट्रीय राजमार्गों के कई हिस्से क्षतिग्रस्त हैं।
हिमाचल में इसी साल चुनाव होने हैं और बरसात के बाद से राज्य की सड़कें टूट गई हैं। कई स्थानों पर सड़कों पर गड्ढे हैं। राजधानी शिमला से परमाणु तक राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) में कई जगह ऐसी हैं, जहां चलना दूभर है। राज्य सरकार ने एनएच अभियंताओं को वहां पर सुरक्षा दीवार बनाने का निर्देश दिया है, जहां पहाड़ों को काटा गया है। इससे सड़कों पर मबबा नहीं गिरेगा।
मंडी से नेरचौक और मंडी से पठानकोट एनएच में भी गड्ढे हैं। काम चंडीगढ़ से शिमला तक सुस्त गति से चलने के मामले में भी राज्य सरकार ने केंद्र को जानकारी दी है। ये वो सड़के हैं जहां से पर्यटक राज्य में प्रवेश करते हैं और ऐसे में उनके मन में नकारात्मक छवि बनती है।
राज्य सरकार ने एनएच की मरम्मत के लिए केंद्र को 200 करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से इस बारे में शीघ्र बजट जारी करने का निवेदन किया है। ठाकुर ने राज्य सरकार की सड़कों को भी गड्ढा मुक्त करने के निर्देश पीडब्ल्यूडी को दिए हैं।
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