मध्य प्रदेश स्थित शिवपुरी की नरवर तहसील में एक गाय के मुंह में बारूद का गोला फटने से पहले तो वह बुरी तरह जख्मी हुई फिर अंतत: उसकी मौत हो गई। अब गाय मालिक ने मगरौनी चौकी में शिकायत दर्ज कराई है। गाय मालिक सुमेरा जाटव ने बताया कि हर दिन की तरह अपनी गाय को चरने के लिए मगरौनी के बाहर छोड़ आए थे, लेकिन जब शाम को वह घर लौटी तो उसका मुंह घायल था। निकट से जब देखा तो उसके मुंह के तो चिथड़े उड़े हुए थे. जानकारी करने पर पता चला कि गाय शिकारियों के बिछाए जाल में फंस कर हादसे का शिकार हो गई। बाद में तो गाय की मौत ही हो गई। सुमेरा के अनुसार काफी समय से क्षेत्र में शिकारियों का आतंक है, वह सूअरों को निशाना बनाने के लिए इस प्रकार के जाल फैलाते रहते हैं। शिकारियों के इसी जाल में आकर गाय की मौत हुई है।
दरअसल मगरौनी के बाहर जंगल और पहाड़ी इलाके में शिकारियों के हौसले बुलंद हैं। शिकारी पहाड़ी पर जानवरों का शिकार करने के लिए बारूदी गोले बिछा देते हैं। इनको खाने के बाद यह बारूदी गोला जानवरों के मुंह में फट जाता है, जिससे वह बुरी तरीके से जख्मी हो जाता है और शिकारी आसानी से उसका शिकार कर लेते हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार ये शिकारी अधिकतर सूअरों को पकड़ने के लिए जाल बिछाते हैं। इसमें वह आटा जैसे खाद्य पदार्थ के बीच में बारूद भरकर उनके गोले बनाकर जंगल में डाल जाते हैं। जब भी कोई जानवर इन गोलों को खाने की सामग्री समझ कर खाता है तो वह उसके मुंह में ही फट जाता है, जिससे वह बुरी तरीके से जख्मी हो जाता है। इसके बाद शिकारी उसके मांस और खाल को बेचकर पैसा कमाते हैं।
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