झारखंड मेें कांग्रेस के एक विधायक भूषण बाड़ा पर आरोप है कि उन्होंने एक युवक से कहा कि ईसाई युवती से विवाह करने के लिए पहले ईसाई बनो।
झारखंड के सिमडेगा से कांग्रेस के विधायक हैं भूषण बाड़ा। एक आरोप के अनुसार उन्होंने एक युवक को धमकी दी है कि यदि तुम्हें ईसाई लड़की से विवाह करना है, तो पहले ईसाई बनो और फिर चर्च में आकर विवाह संपन्न कराओ। यदि ऐसा नहीं करोगे तो जान से मार दिए जाओगे।
यह आरोप उन पर पालकोट थाना क्षेत्र के देवगांव की निवासी रश्मि सुचिता बाड़ा ने लगाया है। सुचिता ने इस संबंध में एक आवेदन भी गुमला के उपायुक्त को दिया है। आवेदन में सुचिता ने लिखा है, ‘‘सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा मेरे मुंहबोले भाई अनूप भारती पर ईसाई बनने के लिए दबाव डाल रहे हैं। ऐसा नहीं करने पर उनके साथ मारपीट और जान से मार देने की धमकी दी जा रही है।’’
बता दें कि अनूप भारती और भूषण बाड़ा की भांजी सोनी मिंज के बीच कई वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इन दोनों ने चार वर्ष पूर्व न्यायालय में शादी भी कर ली है। इसकी जानकारी जैसे ही सोनी मिंज के मामा और कांग्रेस विधायक भूषण बाड़ा को हुई तो उन्होंने अनूप को ईसाई मत अपनाकर चर्च में ईसाई रीति-रिवाज से शादी करने का दबाव डालना शुरू कर दिया। जब इसका विरोध रश्मि, उसके भाई अनूप और उनके परिवार ने किया तो उनके परिवार के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की गई।
रश्मि ने बताया कि इस घटना की शिकायत सिमडेगा थाने में की गई है, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद मुख्यमंत्री जनसंवाद में भी इसकी शिकायत की गई, लेकिन वहां भी निराश होना पड़ा। इसके उलट अधिकारियों की ओर से उन्हें ही डराया और धमकाया जाने लगा। बाद में पीड़िता ने 16 सितंबर को गुमला के उपायुक्त को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। अब पीड़िता की ओर से यह मामला रांची स्थित एमपी और एमएलए न्यायालय में दर्ज कराया गया है। इसके बाद भी विधायक के लोगों के माध्यम से पूरे परिवार को मुकदमा वापस लेने की धमकी दी जा रही है।
इस विषय पर गुमला के उपायुक्त सुशांत गौरव ने बताया कि उनके पास जो आवेदन आया है उसके आधार पर पुलिस अधीक्षक को जांच के आदेश दे दिए गए हैं। अगर इस मामले पर सत्यता पाई जाएगी तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पीड़ितों को सुरक्षा भी दे दी गई है।
लोगों का कहना है कि झारखंड सरकार खुद मिशनरियों के इशारे पर काम कर रही है। ऐसे में पीड़ितों को न्याय मिलना मुश्किल दिखाई दे रहा है। वहीं भूषण बाड़ा का कहना है कि उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने किसी को धमकी नहीं दी है। राजनीतिक लाभ के लिए कुछ लोगों की शह पर इस तरह के आरोप उन पर लगाए जा रहे हैं।
भूषण बाड़ा का यह बयान अजीबोगरीब है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि यह आरोप खुद उनकी भांजी और उनके पति अनूप भारती के परिवार वालों की ओर से लगाया जा रहा है। ऐसे में अब सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर भूषण बाड़ा के परिवार वाले ही उन पर जबरन कन्वर्जन का आरोप क्यों लगाएंगे?
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने मांग की है कि विधायक भूषण बाड़ा को तुरंत गिरफ्तार किया जाए नहीं तो पीड़ितों के लिए खतरा बरकरार रहेगा। उन्होंने तो यह भी आशंका जताई है कि पूरे झारखंड में चल रहे कन्वर्जन के खेल में कहीं भूषण बाड़ा का ही हाथ तो नहीं है! उन्होंने सरकार से इसकी भी जांच कराने की बात कही है।
झारखंड में कांग्रेस विधायक द्वारा बलात धर्म परिवर्तन करवाने का मामला सामने आया है.
सिमडेगा के कांग्रेस विधायक ने अनूप भारती पर धर्म परिवर्तन कर ईसाई बनने का दबाव बनाया और ऐसा न करने पर अनूप के साथ मारपीट भी की गई है, राज्य सरकार अपने विधायक पर अविलंब FIR दर्ज कर कार्यवाई करे.
— Deepak Prakash (@dprakashbjp) September 21, 2022
भूषण बाड़ा पर पहले भी कन्वर्जन करवाने वाले ईसाई मिशनरियों का साथ देने का आरोप लगता रहा है। इसी वर्ष 31 जनवरी को भूषण बाड़ा ने कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे को पत्र लिखकर मांग की थी कि ईसाई बन चुके जनजातीय समाज के लोगों को अल्पसंख्यक समुदाय के लाभ के साथ-साथ जनजातीय समाज का भी लाभ मिलना चाहिए।
अब आप समझ ही चुके होंगे कि भूषण बाड़ा किसके इशारे पर इस तरह की हरकत कर रहे होंगे! सिर्फ इतना ही नहीं, भूषण बाड़ा सीएनटी और एसपीटी कानून के साथ-साथ झारखंड में विलकिंग्सन रूल भी लागू करवाने के पक्षधर रहे हैं। इसके लिए भी वे झारखंड सरकार पर दबाव बनाने के लिए कांग्रेस के झारखंड प्रभारी को पत्र लिख चुके हैं। बता दें विलकिंग्सन रूल के अनुसार जहां पर भी यह कानून लागू होगा वहां पर उनकी अपनी सरकार होगी, उस पर भारत सरकार का कोई कानून लागू नहीं होगा।
अब देखना यह है कि अनूप भारती और उसके परिवार वालों को न्याय मिलेगा या फिर उन्हें भी डरा-धमका कर मामला वापस करवा लिया जाएगा!
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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