वन विभाग ने हटाया तो दोबारा अवैध मजार बनवाने लगा अकरम, आक्रोशित लोगों ने तोड़ दिया ढांचा

स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि ये लैंड जिहाद है, जिसे कट्टरपंथी मुस्लिम एक साजिश की तहत उत्तराखंड के जंगल की भूमि पर अवैध कब्जे की दृष्टि से रच रहे हैं।

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विशेष संवाददाता

उत्तराखंड वन विभाग अपनी जमीन पर बन रही अवैध मजारों को लेकर खामोशी ओढ़ लेता है। राजधानी देहरादून में लैंड जिहादियों के हौंसले इतने बढ़ गए हैं कि वन विभाग की जमीन पर फिर से मजार का ढांचा खड़े करने लगे, जिसे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं में पुलिस वन विभाग की मौजूदगी में साफ कर दिया।

जानकारी के मुताबिक लाडपूर रिंगरोड, देहरादून में वन भूमि पर अकरम और उसके साथी अवैध मजार का पुनर्निर्माण कर रहे थे, जिसकी खबर मिलते ही स्वामी दर्शन भारती ने सीओ पुलिस को इसकी खबर दी। सीओ ने इस पर कोई गौर इसलिए नहीं किया कि यह वन विभाग की जमीन थी। अगले दिन स्वामी दर्शन भारती अपने शिष्यों के साथ वहां पहुंचे और उन्होंने मजार का निर्माण कर रहे अकरम और उसके साथियों को वहां से भगा दिया। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने मजार के ढांचे को गिरा दिया और सीमेंट रेत आदि को फैला दिया।

हंगामें की खबर लगते ही पुलिस और वन विभाग का दल मौके पर पहुंचा तो उन्हे भी हिंदू संगठनों के गुस्से का सामना करना पड़ा। स्वामी दर्शन भारती ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि जब हमने इसकी खबर पहले सीओ साहब को दी थी तो उन्हें इसे हटवाना चाहिए था, वन कर्मियों से स्वामी जी ने कहा कि जब पहले इस मजार को हटा दिया गया था तो दोबारा क्यों बनने दिया जा रहा है। स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि ये लैंड जिहाद है, जिसे कट्टरपंथी मुस्लिम एक साजिश की तहत उत्तराखंड के जंगल की भूमि पर अवैध कब्जे की दृष्टि से रच रहे हैं।

हिंदू महिला नेता राधा सेमवाल धोनी ने कहा कि राजधानी देहरादून शहर और पास के जंगलों में अवैध मजारों को बना दिया गया है और वन विभाग सोया पड़ा है। उल्लेखनीय है देहरादून में कैलाश हॉस्पिटल के पास सड़क पर भी रातों रात एक अवैध मजार बना दी गई थी, जिसे हिंदू संगठनों ने तोड़ डाला था।

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