मध्य प्रदेश के जबलपुर में द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के मॉडरेटर रहे बिशप पीसी सिंह पर अब और शिकंजा कसता नजर आ रहा है. विदेशी फंडिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय आयकर विभाग को शक है कि बिशप ने अवैध और अनैतिक तरीके से विदेशी फंड की हेराफेरी की है. खबर है इन दोनों एजेंसियों ने जबलपुर EOW से संपर्क कर जरूरी तथ्य और सबूत जुटाए हैं. फिलहाल बिशप जबलपुर EOW की हिरासत में हैं.
जांच में हो रहे नित नए खुलासे
बिशप से हुई पूछताछ में हुए खुलासों को देखते हुए ईओडब्ल्यू जबलपुर ने फंड की हेराफेरी का मामला ईडी को ट्रांसफर कर दिया है. दरअसल मामला कई राज्यों और कई देशों से जुड़ा है, ऐसे में ईडी ने मामला स्वीकार कर इसकी जांच भी शुरू कर दी है. संभावना है कि जल्द ही इससे संबंधित कई अन्य खुलासे भी हो सकते हैं. बता दें कि EOW की जांच में बिशप पीसी सिंह के 100 से अधिक बैंक खातों की जानकारी मिली है. इन्हीं खातों के माध्यम से फंड की हेरफेरी की बात कही जा रही है. विशप से हुई पूछताछ में जो तथ्य सामने आए हैं, उन्हें देखते हुए जल्द ही ईडी की एक टीम जबलपुर पहुंचने वाली है. बताया जा रहा है कि विशप देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त था और कुख्यात माफिया दाउद की डी कंपनी से जुड़े लोगों के भी संपर्क में था. थे. साथ ही कुछ अन्य अंतरराष्ट्रीय गैरकानूनी संगठनों द्वारा भी अवैध तरीके से फंड भेजे जाने के तथ्य सामने आए हैं.
107 दर्ज हो चुकीं प्राथमिकी
अब तक की पूछताछ में बिशप ने परिजनों के नाम से 174 बैंक खाते कबूल किए हैं. इसमें 10 एफडी, 128 बैंक खाते शामिल हैं.10 एफडी में 2 करोड़ 2 लाख 94 हजार 190 रुपए होने की जानकारी मिली है. साथ ही उसने पूछताछ में बताया कि उसके खिलाफ दस राज्यों में करीब 107 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. यह सारे मुकदमे फंड की हेराफेरी से संबंधित हैं. इन खुलासों के बाद EOW ने अलग अलग स्थानों से करोड़ों की संपत्ति सीज कर दी है. इसमें 1 करोड़ 65 लाख रुपए कैश, 18 हजार डॉलर, 46 बैंक खाते, 17 प्रोपर्टी दस्तावेज और 9 महंगी कारों के अलावा एक 90 लाख रुपये की डिसकवरी कार और 2 किलो सोना शामिल है. उल्लेखनीय है कि तीन दिन पहले बिशप पीसी सिंह को गिरफ्तार किया गया था. EOW ने उसे स्कूल फंड में से करोड़ों रुपयों की हेराफेरी और अन्य असंवैधानिक गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया था.
टिप्पणियाँ