दिल्ली में आम आदमी पार्टी की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। केजरीवाल सरकार में हुए कथित घोटाले एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रही केजरीवाल सरकार एक बार फिर घिरती नजर आ रही है। शराब और शिक्षा के बाद अब DTC बसों की खरीद में भी बड़े घोटाले (डीटीसी बस खरीद घोटाला) की आशंका है।
इस मामले में अब उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना (एलजी बीके सक्सेना) ने जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं भाजपा भी केजरीवाल सरकार (दिल्ली सरकार) पर हमलावर हो गई है। रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने आरोप लगाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार का पर्यायवाची बन गए हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में डीटीसी की 1000 बसों की खरीद से जुड़े टेंडर देने के मामले में सीबीआई से जांच कराने के आदेश दिए हैं। आम आदमी पार्टी का कहना है कि डीटीसी के जिस मामले पर घोटाले की बात कही जा रही है उसमें टेंडर के तहत बसों की खरीद की ही नहीं गई है।
भारतीय जनता पार्टी के तीन नेताओं गौरव भाटिया, आदेश गुप्ता और विजेन्द्र गुप्ता ने रविवार को बसों के घोटाले के संबंध में प्रेस वार्ता की। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि केजरीवाल मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाने का काम करते हैं। वह किसी भी सरकारी कार्य के लिए एक कंसलटेंट जरूर बना देते हैं और इसके जरिए वसूली, काला धन और भ्रष्टाचार का काम किया जाता है।
दिल्ली भाजपा के नेता विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में 1000 बसों के टेंडर में बहुत सारी अनियमितताएं पाई जाती हैं। बसों की खरीद में अपनी चहेती कंपनी को फेवर करने के लिए टेंडर के नियमों का उल्लंघन किया जाता है। साथ ही सीवीसी की गाइड लाइंस की धज्जियां उड़ाकर टेंडर दिया जाता है। 01 जून, 2018 को षड्यंत्र के तहत ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर को डीटीसी बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया। यह हैरानी करने वाला फैसला था, क्योंकि डीटीसी के इतिहास में 1970 से ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई राजनीतिक व्यक्ति इस का चेयरमैन बना हो।
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